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GDP घटकर 4.5 प्रतिशत पर पहोंची, मनमोहन सिंह ने कहां-देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक

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भारतीय अर्थव्यवस्था को एक बार फिर जोरदार झटका लगा है. दूसरी तिमाही में भारत की विकास दर (GDP) 4.5 प्रतिशत रही. भारत की जीडीपी पिछले छह सालो में सबसे न्यूनतम स्तर पर है. भारतीय रिजर्व बैंक ने ये आंकड़ा जारी किया है. आंकड़ें जारी होने से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास से मुलाकात की. भारत कि बिगड़ती अर्थव्यवस्था पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने प्रतिक्रिया दी है.

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक है, लेकिन मैं तर्क देना चाहूंगा कि कैसे हमारे समाज की स्थिति अभी भी और चिंताजनक है.

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि आज जारी किए गए जीडीपी के आंकड़े 4.5 प्रतिशत बहोत कम हैं. यह आंकड़े स्वीकार्य योग्य नहीं है. हमारे देश की आकांक्षा 8-9 प्रतिशत की दर से बढ़ना है. जीडीपी का 5 प्रतिशत से 4.5 प्रतिशत तक की तीव्र गिरावट चिंताजनक है. आर्थिक नीतियों में बदलाव से अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने में मदद नहीं मिलेगी.

बता दें कि, RBI की तरफ से जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक भारत की जीडीपी दूसरी तिमाही में 4.5 प्रतिशत रही, जबकी पहली तिमाहि में यह आंकड़ा 5 प्रतिशत था. जुलाई-सितंबर तिमाही में यह पिछले छह साल में सबसे कम है. इससे पहले, 2012-13 के दौरान जनवरी-मार्च में विकास दर 4.3 प्रतिशत रही थी। हालांकि, 2018-19 के इसी तिमाही में यह सात फीसदी पर भी पहुंची थी।

इससे पहले, RBI ने GDP विकास दर के अनुमान में कमी करते हुए इसे 2019-20 में 6.1 प्रतिशत रहने की आशंका जताई थी। RBI ने इससे पहले इसके 6.9 प्रतिशत रहने की उम्मीद जाहिर की थी

कोर सेक्टर के उत्पादन में गिरावट

देश में कोर सेक्टर के आठ उद्योगों का उत्पादन अक्टूबर में 5.8 प्रतिशत घटा है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आर्थिक मंदी देश कि अर्थ व्यवस्था को कितना नुकशान पहोंचा सकती है. सरकारी आंकड़े बताते हैं कि आठ मुख्य उद्योगों में से छह में अक्टूबर में गिरावट दर्ज की गई। कोयला उत्पादन अक्टूबर में 17.6 प्रतिशत, क्रूड ऑइल उत्पादन 5.1 प्रतिशत और नेचरल गैस का उत्पादन 5.7 प्रतिशत की कमी आई है. वहीं, सीमेंट उत्पादन 7.7 प्रतिशत, स्टील 1.6 प्रतिशत और बिजली उत्पादन 12.4 प्रतिशत की कमी आई है. रिफाइनरी उत्पादों की वृद्धि दर घटकर 0.4 प्रतिशत पर आ गयी जो पिछले साल इसी माह में 1.3 प्रतिशत थी.

क्‍या होता है जीडीपी आंकड़ा
किसी भी देश की आर्थिक सेहत कि स्थिति को मापने का पैमाना होता है जीडीपी. जीडीपी आंकड़ों की गणना भारत में हर तीसरे महीने यानी तिमाही के आधार पर होती है. ये आंकड़े आठ औद्योगिक क्षेत्रों- कृषि, खनन, मैन्युफैक्चरिंग, बिजली, कंस्ट्रक्शन, व्यापार, रक्षा और अन्य सेवाओं के क्षेत्र के होते हैं.