गांधीनगर: गुजरात में पिछले दिनों गौण सेवा पसंदगी मंडल के द्वारा ली गई बिन सचिवालय परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी मामले में शामिल पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 11 मोबाइल फोन को जप्त करने के बाद पुलिस को इस पूरे मामले की कड़ी से कड़ी जोड़ने में कामयाबी हासिल हुई. इतना ही नहीं इस परीक्षा के पेपर को लीक करने की पूरी साजिश अहमदाबाद के शाह आलम इलाके में मौजूद एम एस पब्लिक स्कूल में रची गई थी. मामले में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद दूसरे आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमों को रवाना कर दिया गया है.
आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद गांधीनगर रेंज आईजी ने एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पूरी साजिश एम एस पब्लिक स्कूल में रची गई थी. स्कूल के प्रिंसिपल के साथ ही साथ शिक्षक भी इस पूरे मामले में शामिल था. उन्होंने कहा कि परीक्षा वाले दिन दोपहर को परीक्षा होनी थी लेकिन पेपर सुबह 10 बजे से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. दानीलिमड़ा इलाके में मौजूद एम एस स्कूल का संचालन नवाब बिल्डर से जुड़े लोग करते हैं ,स्कूल के प्रधानाचार्य विजय सिंह और शिक्षक फारूक फखरुद्दीन के संलिप्तता का खुलासा हुआ है, स्कूल के प्रधानाचार्य विजय सिंह ,फखरुद्दीन और फारूक के माध्यम से प्रवीण गढ़वी से संपर्क किया गया था, इस मामले में एक कांग्रेस कार्यकर्ता लखविंदर सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है.
गौरतलब हो कि जिस स्कूल का नाम सामने आ रहा है उसका संचालन नवाब बिल्डर से जुड़े लोग कर रहे है. अभी कुछ दिन पहले नवाब बिल्डर के पोते शहजाद खान उर्फ सन्नी बाबा को शाह आलम इलाके में सीएए के विरोध में होने वाले विरोध प्रदर्शन के हिंसा मामले में गिरफ्तार किया गया था.
बिन सचिवालय मामले में होने वाली गड़बड़ी का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद ये पूरा मामला तूल पकड़ा था, नकल होने का मामला सामने आने के बाद उम्मीदवारों ने गांधीनगर में कई दिनों तक आंदोलन किया था जिसके बाद मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था. एसआईटी की जांच में नकल का खुलासा होने के बाद गुजरात सरकार ने परीक्षा को रद्द करने का ऐलान किया था.