दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत ने दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में उपद्रवियों ने इतनी बड़ी हिंसा को अंजाम दे दिया जिसमें दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल समेत 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि हिंसा फैलाने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए था. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह केंद्र सरकार की खुफिया विफलता है. मैं केंद्र सरकार की कड़ी निंदा करता हूं.
अभिनेता ने यह भी कहा कि विरोध प्रदर्शन को हिंसक नहीं होना चाहिए और उन्होंने अपने उस पुराने बयान को भी याद किया जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर सीएए मुस्लिमों को प्रभावित करता है तो वह मुस्लिमों के साथ खड़े हैं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि मीडिया के एक तबके द्वारा उनके संबंध भाजपा से जोड़े जाने पर भी दुख व्यक्त किया.
उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे का हवाला देते हुए कहा कि जब ट्रंप भारत दौरे पर आए थे तब तो सरकार को सावधान रहना चाहिए था. आईबी ने अपना काम ठीक तरह से नहीं किया. उन्होंने कहा कि हिंसा से कड़ाई से निपटना चाहिए था. केंद्र पर तंज कसते हुए उन्होंने यह भी कहा कि हम आपसे उम्मीद करते हैं कम से कम अब तो सावधान हो जाना चाहिए.