सचमुच भूख के सामने कुछ नहीं टिकता. भूख का दर्द भी कट्टर नैतिक विश्वास और आत्म गरिमा को जगा सकता है. यह तब सामने आया जब जूनागढ़ शहर में लगभग पांच बेरोजगार, भूख से परेशान कुछ लोगों के ग्रुप ने 12 और 13 मई की रात को एक रेस्तरां का दरवाजा तोड़ दिया और किचन में जाकर चावल और आलू की सब्जी पकाने के बाद वे बाहर निकल गए और वहां से एक भी आइटम चोरी नहीं किया.
दरअसल वैभव चौक में गजानंद परोठा हाउस के मालिक जितेश टैंक के मुताबिक, कम से कम पांच लोग छत से किचन में घुस गए. सीसीटीवी फुटेज में एक आदमी किचन में घुसता हुआ दिख रहा है, कुछ खोज रहा है. बाद में उसने सीसीटीवी को नोटिस किया और बाद में उसे कवर कर दिया. हालांकि, रेस्तरां के मालिक ने ब्रेक-इन के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं करने का फैसला किया क्योंकि उसकी जगह से कुछ भी चोरी नहीं हुआ था.
जितेश टैंक ने कहा कि 13 मई की सुबह उन्हें अपने रेस्तरां के पास एक कार्यालय के मालिक का फोन आया कि रेस्टोरेंट के किचन का दरवाजा खुला है. किचन में जाकर जब मैने देखा कि वहां पांच इस्तेमाल की गई प्लेटें पड़ी थीं. खाना तैयार करने के लिए कुछ किचन के बर्तनों का भी इस्तेमाल किया गया था. मालिक द्वारा सोशल मीडिया पर अनोखे ब्रेक-इन फुटेज अपलोड किए जाने के बाद, पुलिस को चोरी के बारे में पता चला.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/no-food-grains-left-in-the-house-due-to-lockout-people-of-ahmedabad-are-taking-ready-to-eat-food/