अहमदाबाद शहर में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है. गुजरात सरकार कोरोना के मामलों पर लगाम लगाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है. वहीं आज पर्यावरण दिवस के अवसर पर अहमदाबाद मेयर बिजल पटेल के एक प्रोग्राम को लेकर एक बार फिर से विवाद शुरू हो गया है. एक तरफ अहमदाबाद में जहां कोरोना वायरस की संख्या बढ़ रही है. वहीं दूसरी ओर अहमदाबाद की मेयर आज विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन नारणपुरा में पहुंचकर एक प्रोग्राम का आयोजन किया जिसके बाद कई सवाल खड़े होने लगे हैं.
कार्यक्रम के बाद मेयर खामोश, AMC में हंगामा
आज नारणपुरा में होने वाले कार्यक्रम को लेकर बिजल पटेल ने कोई जवाब देने से इनकार कर दिया. मेयर के कुंड वितरण प्रोग्राम में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया. फ्री में कुंड मिलने की वजह से लोगों की भीड़ जमा हो गई. इस दौरान जिन लोगों को कुंड नहीं मिला तो उन्होंने हंगामा किया.
नारणपुरा के मंगलमूर्ति अपार्टमेंट जिसे माइक्रो कंटेनमेंट जोन में शामिल किया गया है. वहां पर नगर निगम महापौर बिजल पटेल की अध्यक्षता में तुलसी के पौधे का वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मेयर या नगर निगम प्रशासन को नारणपुरा जिसे कंटेनमेंट जोन में शामिल किया गया है उसके बारे में पता नहीं था. समारोह में राजस्व मंत्री कौशिक पटेल भी शामिल होने वाले थे. लेकिन वह प्रोग्राम में हिस्सा नहीं लिया. इस प्रोग्राम में उप महापौर दिनेश मकवाना, पार्टी नेता अमित शाह और दंडक राजुभाई सहित नेताओं ने हिस्सा लिया.
तुलसी का पौधा लेने के लिए लगी लोगों की भीड़
इस आयोजन में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली. जबकि सिर्फ 50 लोगों को तुलसी का पेड़ दिया जाने वाला था लेकिन लोगों की भीड़ लग गई. और कोरोना संकट के बीच जमकर सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ी.
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