अनिल पुष्पांगदन, गांधीनगर: गुजरात के पूर्व मुख्य सचिव डॉ. जे. एन सिंह आखिरकार गुजरात को अलविदा कह दिया है. वह पिछले सात महीनों से पोस्टिंग का इंतजार कर रहे थे, लेकिन गुजरात सरकार की ओर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलने की वजह से वह अपने गृहनगर के लिए रवाना हो गए हैं.
गुजरात के पूर्व मुख्य सचिव डॉ. जे. एन सिंह पिछले नवंबर में सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद, वह गुजरात में किसी भी बोर्ड निगम के अध्यक्ष के रूप में पोस्टिंग की उम्मीद कर रहे थे. इस बीच ऐसी भी अफवाह चली थी कि उन्हें विजिलंस आयुक्त की जिम्मेदारी दी जाने वाली है. लेकिन 6 माह के बाद तमाम नियुक्तियों पर पूर्णविराम लग चुका है. गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के शासनकाल में उन्हें मुख्य सचिव की जिम्मेदारी दी गई थी. वह तीन साल से ज्यादा समय तक मुख्य सचिव रहे थे. लेकिन सेवानिवृत्त होने के बावजूद भी उन्हें दो बार तीन-तीन महीने के लिए एक्सटेंशन दिया गया था.
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पूर्व मुख्य सचिव जे.एन सिंह मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के साथ अच्छा तालमेल रखते थे जिसकी वजह से उनको तीन-तीन महीने का दो बार एक्सटेंशन दिया गया था. मुख्यमंत्री के साथ सीधे संवाद की वजह से वह मुख्यमंत्री कार्यालय के एक उच्च पदस्थ अधिकारी की नजर में आ गए थे. जिसकी वजह से पिछले नवंबर 2019 में सेवानिवृत्त होने के सात महीने तक उन्हें कोई पोस्टिंग नहीं मिली.
वह सेवानिवृत्ति के बाद जीएसपीएल के अध्यक्ष भी थे लेकिन उन्होंने पिछले अप्रैल में इस पद से भी इस्तीफा दे दिया था. नवंबर से लेकर मई तक छह महीने तक कोई पद नहीं मिलने के बाद वह गृहनगर रवाना हो गए हैं. उन्होंने कल गांधीनगर में आवंटित सरकारी बंगला भी खाली कर दिया और अपना सारा सामान पैक करके दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं.
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