अहमदाबाद शहर में आवारा कुत्तों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. इन आवारा कुत्तों की वजह से वाहन दुर्घटनाओं की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है. इतना ही नहीं हर दिन शहर में घूमने वाले आवारा कुत्ते लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. जिसकी वजह अहमदाबाद म्युनिसिपल कार्पोरेशन से लोग ऐसे आवारा कुत्तों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.
अहमदाबाद शहर में रात में आवारा कुत्तों का आतंक दिन बा दिन बढ़ता जा रहा है. इन कुत्तों की वजह से सड़क दुर्घटना की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की गई है. शहर के ढालगढवाड़ इलाके में शनिवार रात एक बुजुर्ग व्यक्ति पर जंगली कुत्ते ने हमला कर दिया. आसपास के लोगों ने काफी मेहनत के बाद बुजुर्ग को कुत्ते के चुंगल से छुड़ाया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया.
आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला ने अहमदाबाद शहर में आवारा कुत्तों के आतंक को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके है. इस पत्र में उन्होंने कहा कि अहमदाबाद शहर में आवारा कुत्तों का आतंक दिन बा दिन बढ़ता जा रहा है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि राज्स सरकार जल्द से जल्द इस समस्या को हल करने के लिए कदम उठाए.
वर्ष 2019 में अहमदाबाद शहर के विभिन्न इलाको में आवारा कुत्तों ने कुल 67756 लोगों को अपना शिकार बनाया था. अहमदाबाद म्युनसीपल कार्पोरेशन हर महीने 30 लाख रुपये सिर्फ नसबंदी के पीछे खर्च कर रही है. लेकिन कुत्तों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रहा. इमरान खेड़ावाला ने आरोप लगाया कि आवारा कुत्तों के नसबंदी में भी व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है.
खेड़ावाला ने कहा कि सरकार कुत्तों के नसबंदी के लिए हर साल करोड़ों रुपये खर्च करती है ताकि कुत्तों की संख्या में वृद्धि न हो. लेकिन यहां कुछ और ही मामला दिखाई दे रहा है. कुत्तों की संख्या कम होने के बजाय दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि शहर में कुत्तों की बढ़ती संख्या से लगकर रहा है कि नसबंदी योजना में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है.
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