सूरत शहर का सीमांकन 14 सालों बाद किया गया. जिसकी वजह से अब सूरत नगर निगम में वॉर्ड की संख्या भी बढ़ा दी गई है. राज्य सरकार के शहरी विकास विभाग की ओर जारी अधिसूचना के अनुसार सूरत नगर निगम में अब 30 वार्ड होंगे और इसके लिए 120 नगरसेवक चुने जाएंगे.
भारी तनाव के बीच सूरत शहर का सीमांकन किया गया है. पिछले सात-आठ महीनों के खींंचतान के बाद आखिरकार 14 सालों बाद सूरत शहर का सीमांकन किया गया है. सूरत में चौर्यासी, कामरेज और ओलपाड तहसील के 27 गांव और 2 नगर पालिका इलाके को सूरत नगर पालिका में शामिल करने का फैसला किया गया है.
ओलपाड तहसील के सेगवा स्यादला, वसवारी, गोथाण, उमरा. चौर्यासी तहसील का सचिन और कनसाड दो नगरपालिका भरथाण- कोराड, पारडी कणदे, तलंगपोर, पाली उंबेर( सचिन नोटिफाइज एरिया के अलावा) कादिफाणिया-डुमस, भाठा, भाटपोर, इच्छापोर, भेंसाण ग्रुप ग्राम पंचायत. (भेंसाण ओखा वणकला विहेल चिची) असारमा, कुंभारिया, सरोली, साणिया-हेमाद, जबकि कामरेज तालुका में काठोदरा, वालक, वेलंजा, अब्रामा, भादा, कठोर, खड़सद, लस्काणा, पसोदरा को शामिल किया गया है.
अब जबकि सूरत शहर की सीमा बढ़ गई है. ऐसे में आगामी मनपा के चुनाव को लेकर वॉर्ड में भी बदलाव किया गया है. इसे लेकर राज्य के शहरी विकास विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है. जिसके बाद अब सूरत में 30 वार्ड होंगे जो पहले 29 वार्ड था. इसी तरह नगरसेवकों की संख्या भी 116 से बढ़ाकर 120 हो गई है. इन 120 सीटों में से 60 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है. जबकि तीन सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई है, जिसमें दो सीट महिलाओं के लिए आरक्षित है. अनुसूचित जनजाति के लिए चार सीट आरक्षित रखा गया है. जिसमे से दो महिलाओं के लिए आरक्षित है. 12 सीटें पिछड़े वर्ग के लिए भी आरक्षित हैं, जिसमें से 6 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है.
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