अहमदाबाद: स्वामीनारायण गादी संस्थान-मणिनगर के आचार्य आध्यात्मिक गुरु पुरुषोत्तम प्रियदासजी स्वामी का आज निधन हो गया. 78 वर्षीय आचार्य पुरुषोत्तम प्रियदासजी के फेफड़े में संक्रमण होने के बाद उनका शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. वह पिछले कई दिनों से वेंटिलेटर के सपोर्ट पर थे.
मिल रही जानकारी के अनुसार, आचार्य पुरुषोत्तम प्रियदासजी स्वामी को जून के अंत में फेफड़ों की बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां डॉक्टर उनका वेंटिलेटर के सपोर्ट और प्लाज्मा थेरेपी से इलाज कर रहे थे. लेकिन उन्होंने बुधवार देर रात अंतिम सांस ली.
गौरतलब हो कि स्वामीजी के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए, मणिनगर गादी संस्थान के अंतर्गत अहमदाबाद सहित दुनिया भर के सभी मंदिरों में पूजा का आयोजन किया गया था. आचार्य पुरुषोत्तम प्रियदासजी महाराज के उत्तराधिकारी के रूप में पिछले 12 जुलाई को सद्गुरु जितेन्द्र प्रियदासजी को स्वामी को नियुक्त किया गया था.
आचार्य पुरुषोत्तम प्रियदासजी स्वामी का पार्थिव शरीर गुरुवार को घोडसर स्मृति मंदिर परिसर में लाया जाएगा. हालांकि कोरोना संकटकाल के बीच हरिभक्तों से अपील की गई है कि वे मुक्तजीवन स्वामीबापा के स्मृति मंदिर के परिसर में इकट्ठा न हों. उनका अंतिम दर्शन https://www.swaminarayangadi.com वेबसाइट पर ऑनलाइन देख सकते हैं. इसके अलाव आज से 11 दिनों तक संस्थान के प्रत्येक मंदिर में उत्सव आयोजित न करने का निर्देश दिया गया है.
स्वामी पुरुषोत्तमप्रियदासजी के जीवन पर एक नजर
उनका जन्म 28 मई, 1942 को गुजरात के भारासर-कच्छ में हुआ था
19 वर्ष की आयु में, गुरु मुक्तजीवन स्वामी से दीक्षा ली
1979 में मुक्तजीवन स्वामी ने पुरुषोत्तम प्रियदासजी को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था
28 फरवरी, 1979 को स्वामीनारायण गादी संस्थान का आचार्य बने
लगातार 41 सालों तक स्वामीनारायण गादी के प्रमुख बने रहे
देश और विदेश में 300 से अधिक मंदिरों का निर्माण कराया
अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम चलाकर समाज में जागरूकता फैलाई
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