- धमाकों से हिली लेबनान की राजधानी
- भारतीय दूतावास ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
- पीएम मोदी ने जताया दुख
मंगलवार को लेबनान की राजधानी बेरूत धमाके से हिल गया. इस भीषण धमाके में कम से कम 73 व्यक्तियों की मौत हो गई है और करीब 4000 लोग घायल हो गए हैं. विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि शहर के कई हिस्से हिल गए.
आधाकारिक आंकड़े के मुताबिक, इस विस्फोट से अब तक 73 लोगों की मौत हो चुकी है.
वहीं 3,700 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
दोपहर के वक्त हुए विस्फोट से राजधानी के कई हिस्से हिल गए और शहर से घना काला धुआं उठने लगा.
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प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि घरों की खिड़कियां और फॉल्स सीलिंग तक टूट गईं.
वीडियो फुटेज में जर्जर कारों और विस्फोट से क्षतिग्रस्त इमारतों को दिखाया गया है.
विस्फोट बेरूत के पत्तन के आसपास हुआ और इससे भारी मात्रा में नुकसान हुआ है.
दूतावास ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
बेरूत में विस्फोट के फौरन बाद भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया.
दूतावास ने कहा, ”किसी भी भारतीय समुदाय के सदस्य को किसी भी मदद की आवश्यकता हो, हमारी हेल्पलाइन पर संपर्क कर सकते हैं.” हेल्पलाइन नंबर है- 01741270, 01735922, 01738418.
कुछ स्थानीय टीवी स्टेशन ने अपनी खबर में कहा कि विस्फोट बेरूत के पत्तन में उस इलाके में हुआ जहां पटाखे रखे जाते थे.
पीएम मोदी ने व्यक्त की संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेरूत में हुए धमाके में मरे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट की है.
आज सुबह किए गए अपने ट्वीट पीएम मोदी ने लिखा, “बेरूत शहर में हुए धमाके में जनजीवन और संपत्ति को हुए नुकसान से स्तब्ध और दुखी हूं. हमारे विचार और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ हैं:”
Shocked and saddened by the large explosion in Beirut city leading to loss of life and property. Our thoughts and prayers are with the bereaved families and the injured: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) August 5, 2020
लेबनान में भारत के राजदूत संजीव अरोड़ा ने भी घटना दुख जताया है.
उन्होंने कहा कि बेरूत में विनाशकारी विस्फोट की घटना से दुखी हूं. लेबनान एक सुंदर और मैत्रीपूर्ण देश है. जो हमें काफी प्रिय है. दुआ करता हूं कि जल्द से जल्द इस संकट से बाहर आए. पहले से ही कई चुनौतियों का सामना कर रहे इस देश के लिए यह बेहद दुखद है.
आपके लिए मर्माहत हूं. लेबनान सुरक्षित रहें और वापसी करें.