जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के एक साल पूरा होने के मौके पर उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने इस्तीफा दे दिया है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुर्मू का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. वहीं ये जिम्मेदारी अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मनोज सिन्हा को दी गई है.
31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे भरोसेमंद अधिकारी गिरीश चंद्र मुर्मू को जम्मू-कश्मीर का पहला उप राज्यपाल बनाया गया था.
चुनाव और 4जी की बहाली को लेकर चर्चा में आए थे मुर्मू
1985 बैच के आईएएस अधिकारी राज्य में 4 जी बहाली और चुनाव पर दिए गए बयानों की वजह से चर्चा में आए थे. आईएएस अधिकारी मुर्मू के इस्तीफे के कारणों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
लेकिन माना जा रहा है कि राज्य में एक साल पूरा होने के बावजूद भी 4 जी सेवा बहाली और चुनाव की हिमायत करना केंद्र की मोदी सरकार को नागवार गुजरा था.
यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के एक साल पूरे
पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद अधिकारी
गुजरात कैडर के 60 वर्षीय पूर्व आईएएस अधिकारी को पीएम मोदी का भरोसेमंद अधिकारी माना जाता है. जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो मुर्मू उनके प्रधान सचिव भी रह चुके हैं.
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद जब दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे तो कई अधिकारियों को गुजरात से दिल्ली प्रतिनियुक्ति पर ले गए थे. उ
समें से एक नाम गिरीश चंद्र का भी था. उपराज्याल की जिम्मेदारी मिलने से पहले वह वित्त मंत्रालय में सचिव थे.
रेल राज्यमंत्री रह चुके हैं मनोज सिन्हा
बीजेपी के कद्दावर नेता मनोज सिन्हा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रेलवे के राज्यमंत्री और संचार राज्यमंत्री रह चुके हैं.
लेकिन 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से गाजीपुर से चुनाव लड़ा था लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाए थे.
माना जा रहा है कि मनोज सिन्हा भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे भरोसेमंद नेताओं में से एक हैं. इसलिए उन्हे ये नई जिम्मेदारी दी गई है.
गुजराती में ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/corona-update-56-thousand-new-cases-in-last-24-hours/