- गुजरात में बढ़ा कोरोना का कहर
- कोरोना योद्धा के रूप में काम करने वाले डॉक्टर भी नहीं सुरक्षित
- अलग-अलग सरकारी अस्पतालों के 160 डॉक्टर कोरोना से हुए संक्रमित
अहमदाबाद: गुजरात में कोरोना का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. कोरोना के खिलाफ लड़ने वाले कोरोना योद्धा भी अब इसकी चपेट में आ रहे हैं.
कोरोना के खिलाफ अग्रिम पंक्ति के योद्धा के रूप में काम करने वाले 160 डॉक्टर कोरोना की चपेट में आ गए हैं.
जिसमें अहमदाबाद के एसवीपी और एलजी अस्पताल में कार्यरत 60 डॉक्टरों की रिपोर्ट ने एक साथ पॉजिटिव आया है.
ऐसे में सवाल यह उठता है कि कोरोना के खिलाफ अग्रिम पंक्ति के योद्धा भी जब कोरोना की चपेट में आ गए हैं तो फिर आम लोगों का क्या होगा.
डॉक्टरों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ का आरोप
अहमदाबाद में कोरोना का कहर सिर्फ आम लोगों तक सीमित नहीं है. जिस तरीके से गुजरात में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा उसे देखकर गुजरात से बेहतर स्वास्थ्य सेवा की पोल खुल गई है.
वहीं दूसरी तरफ इतनी बड़ी संख्या में डॉक्टरों का कोरोना की चपेट में आने से अब डॉक्टर के स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही का आरोप भी लगाया जा रहा है.
अहमदाबाद के 64 डॉक्टर हुए संक्रमित
अहमदाबाद नगर निगम द्वारा संचालित सरकारी कोविड अस्पतालों में ड्यूटी करने वाले कुल 64 डॉक्टरों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. जिसकी वजह से कोरोना का इलाज करने वाले डॉक्टरों में चिंता की लहर दौड़ गई है.
लोगों को कोरोना महामारी से बाहर निकालने वाले डॉक्टर ही अब कोरोना की चपेट में आ गए हैं.
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गुजरात में इतनी बड़ी संख्या में डॉक्टर कोरोना की चपेट में आ गए हैं इसकी जानकारी सामने आने के बाद अन्य निजी अस्पतालों में इलाज करने वाले डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ भी भयभीत हो गए हैं.
सरकारी अस्पतालों में कोरोना का इलाज करने वाले 64 डॉक्टरों में से 26 एसवीपी से, 30 एलजी अस्पताल से और आठ शारदाबेन अस्पताल में ड्यूटी कर रहे थे.
कोरोना पॉजिटिव बनने वाले ज्यादातर डॉक्टर रेजिडेंट डॉक्टर है.
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