अहमदाबाद: बीते दो साल से अहमदाबाद में रहने वाले युवक ने राजकोट में पैर भी नहीं रखा है. बावजूद इसके राजकोट पुलिस ने उसे बिना हेलमेट के बाइक चलाने के लिए मेमो भेजा है.
पुलिस ने राजकोट जिले के अर्जुननगर गांव के रहने वाले अमित चावड़ा जो फिलहाल अहमदाबाद में रहते हैं. उन्हें 500 रुपया जुर्माना भरने के लिए ई-मेमो भेजा है.
मेमो मिलने के बाद अमित भी हैरान हो गए कि वह जब दो साल से राजकोट गए ही नहीं तो बिना हेलमेट बाइक चलाने का मेमो कैसे मिल गया.
जिसके बाद अमित ने राजकोट पुलिस को मेल करके सूचित करने का फैसला किया है.
अमित के पास राजकोट पासिंग बाइक
राजकोट जिले के मालिया मियाणा के अर्जुननगर गांव निवासी अमित चावड़ा पिछले कई वर्षों से अहमदाबाद में आकर बस गए हैं. वह अपने पिता के नाम पर राजकोट पासिंग बाइक को चलाते हैं.
कुछ दिनों पहले राजकोट पुलिस का एक ई-मेमो अमित के गृहनगर आया था. बाजार यार्ड क्षेत्र में बिना हेलमेट के बाइक चलाने के लिए 500 रुपये का जुर्माना लगाया गया था.
परिवार ने मामले की जानकारी अमित को दी. उसके बाद अमित ने मेमो मंगवा लिया लेकिन बाइक चालक वह भी नहीं था उसका कोई जानने वाला भी नहीं था. लेकिन बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर अमित की बाइक का था.
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दो साल से राजकोट नहीं गया अमित
इस सिलसिले में जानकारी देते हुए अमित ने बताया “मैं पिछले दो वर्षों से राजकोट नहीं गया था मैं अहमदाबाद में उसी बाइक चलाता हूँ. इसलिए मुझे समझ नहीं आया कि मेमो कैसे आया.
मैंने राजकोट पुलिस को मेल करने का फैसला किया है. अगर मुझे समय पर मेरे मेल का जवाब मिल जाता है और मेरा मेमो ऑनलाइन रद्द हो जाता है तो राजकोट जाने का मेरा समय और लागत बच जाएगा.
500 का मेमो भरने के लिए एक हजार भाड़ा और एक दिन की छुट्टी लेनी पड़ेगी तभी वहां जाना मुमकिन होगा.
ऐसे में सवाय यह उठता है कि राजकोट पुलिस ने अमित गलत ई-मेमो भेजा है या फिर कोई अन्य आदमी अपनी बाइक पर दूसरा नंबर लगाकर घूम रहा है. यह जांच का विषय है.
अगर राजकोट पुलिस इस मामले की गहराई से जांच करेगी तभी हकीकत सामने आएगा.
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