बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को आज कोर्ट में पेश किया गया था. कोर्ट ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत भेज दिया है.
कोर्ट में पुलिस ने आरोपी की रिमांड नहीं मांगी इसलिए माना जा रहा है कि न्यायिक हिरासत की मियाद पूरी होने के बाद आरोपी को रिमांड पर ले सकती है.
बता दें कि धीरेंद्र सिंह को कल यूपी एसटीएफ ने लखनऊ से गिरफ्तार किया था. वह 15 अक्टूबर से ही फरार चल रहा था.
आरोपी का परिवार सीबीआई से मामले की जांच करवाने की कर रहा है मांग
कोर्ट में सुनवाई के बाद आरोपी को बलिया जेल में फिलहाल के लिए शिफ्ट कर दिया गया है. इस बीच आरोपी के परिजन ने मामले की सीबीआई से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.
इससे पहले भी आरोपी के समर्थन में भाजपा विधायक खुलकर आ चुके थे. भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का पिछले दिनों आरोप लगाया था.
दो अन्य आरोपी गिरफ्तार
धीरेंद्र सिंह के आलावा दो अन्य नामदज आरोपी संतोष यादव और अमरजीत यादव को गिरफ्तार किया गया है. दोनों पर भी 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
अब तक 8 नामजद और करीब 25 अज्ञात आरोपियों में सिर्फ 7 की गिरफ्तारी हुई थी. इनमें भी सिर्फ दो ही नामजद हैं.
एनएसए के तहत होगी कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी. आरोपियों की तलाश में पुलिस की 10 टीमें जुटी हुई थीं.
धीरेंद्र सिंह से पहले सिर्फ दो नामजद आरोपियों देवेंद्र प्रताप सिंह और नरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया जा सका था. ये दोनों मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के भाई हैं.
बताया जा रहा है कि फरार मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह सेना का रिटायर्ड जवान है.
क्या था मामला
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र में मौजूद दुर्जनपुर गांव में चार दिन पहले कोटे की दुकान के आवंटन की कार्यवाही चल रही थी.
लेकिन इसी दौरान दो पक्षों में भिड़ंत हो गई. इसमें गांव के ही दबंग धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यू ने अपने साथियों के साथ मिलकर दूसरे पक्ष पर हमला बोल दिया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
इस हमले में जयप्रकाश पाल को गोली लगने से उसकी मौत हो गई थी.
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