- अमूल डेयरी चुनाव में मिली हार के बाद गोविंद परमार चल रहे थे नाराज
- विधानसभा अध्यक्ष से इस्तीफा देने का मांगा था वक्त
- लेकिन सीएम से मुलाकात के बाद नाराजगी हुई दूर
आणंद: उमरेठ के विधायक गोविंद परमार की नाराजगी दूर होने की जानकारी सामने आ रही है. माना जा रहा है कि नाराज गोविंद परमार सीएम विजय रूपाणी से मुलाकात करने के बाद मान गए हैं.
कल विधायक गोविंद परमार ने इस्तीफा देने की धमकी दी थी. जिसकी वजह से विधानसभा उपचुनाव से पहले भाजपा खेमे में हड़कंप मच गया था.
अमूल डेयरी चुनाव में हार के बाद चल रहे थे नाराज
भाजपा विधायक गोविंद परमार पार्टी से नाराज चल रहे थे. वह इस्तीफा देने का भी मन बना लिया था. उन्होंने इस सिलसिले में जानकारी देते हुए कहा कि “मैंने अपने इस्तीफे के बारे में अध्यक्ष को सूचित किया है.”
अमूल डेयरी में एक नामित निदेशक की नियुक्ति से वह परेशान थे. गुजरात में अमूल डेयरी के चुनाव में मिली शिकस्त के लिए भाजपा विधायक ने अपने ही पार्टी के सांसद को दोषी ठहराया था.
उपचुनाव से पहले पार्टी के विधायक और सांसद के बीच होने वाले विवाद से हड़कंप मच गया है.
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पार्टी के नेताओं पर हार का लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि वह परेशान थे कि भरत पटेल जिन्होंने उन्हें हराने की कोशिश की थी उनको बोर्ड का सदस्य बनाया गया.
उनका मानना है कि इस तरह का पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों को कैसे जिम्मेदारी दी जा सकती है. उनका कहना था कि ऐसा करने से पार्टी विरोधी काम करने वाले लोगों की संख्या बढ़ेगी.
भरत पटेल न्याय समिति के पूर्व अध्यक्ष हैं.
उमरेठ के विधायक गोविंद परमार भरत पटेल के अलावा अपने ही पार्टी के सांसद मितेश पटेल पर भी गंभीर आरोप लगाया है.
अमूल डेयरी में मिलने वाली हार के लिए सांसद मितेश पटेल को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि वह जातिवाद को फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि जातिवादी राजनीति खेल कर मुझे हराया गया.
इतना ही नही सरकार द्वारा 3 सदस्यों की नियुक्ति में भी उनको शामिल नहीं किया गया था इस मामले को लेकर भी नाराज थे. माना जा रहा है कि सीएम से मुलाकात के बाद उनकी नाराजगी दूर हो गई है.
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