बीते दिनों जम्मू-कश्मीर को लेकर गृह मंत्रालय की ओर से एक नोटिफिकेशन जारी किया गया था. मंत्रालय ने इस नोटिफिकेशन के अनुसार अब देश का कोई भी आदमी वहां जमीन खरीद कर घर बसा सकता और व्यापार कर सकता है.
इस नोटिफिकेशन को लेकर राज्य में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है. फारुक अब्दुल्ला के बाद महबूबा मुफ्ती ने भी केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है.
उन्होंने कहा कि लद्दाख में चीन ने जिस जमीन पर कब्जा कर लिया है पहले उसे वापस ले लो.
पीडीपी कार्यकर्ताओं ने भूमि कानून का किया विरोध
जम्मू-कश्मीर में नए भूमि कानून पर बवाल जारी है. मोदी सरकार के इस कानून के खिलाफ आज पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया.
जम्मू-कश्मीर में भूमि को लेकर लागू हुए नए कानून का विरोध करने वाले पीडीपी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं के हिरासत में लिए जाने पर पीपीडी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने जमकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला.
जम्मू को जेल में बदलने का लगाया आरोप
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पीडीपी के कार्यकर्ता शांतिपूर्वक भूमि कानून का विरोध कर रहे थे. लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जबरदस्ती गिरफ्तार कर लिया.
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को दिन प्रतिदिन जेल में बदला जा रहा है. यहां पर ना तो सिविल सोसायटी और ना ही राजनेता किसी को बात करने की इजाजत नहीं दी जा रही है.
मुफ्ती ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग गरीबों को दो वक्त की रोटी मुहैया नहीं करवा पाए वह लोग जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीदने का सपना देख रहे हैं.
उमर अब्दुल्ला भी कर चुके हैं विरोध
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह संशोधन स्वीकार नहीं किया जाएगा. पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि यह अस्वीकार्य संशोधन है.
जमीन के मालिकाना हक के कानून में जो बदलाव किए गए हैं, वो स्वीकार करने लायक नहीं हैं. अब तो बिना खेती वाली जमीन के लिए डोमिसाइल का सबूत भी नहीं देना है.
अब जम्मू-कश्मीर बिक्री के लिए तैयार है, जो गरीब जमीन का मालिक है अब उसे और मुश्किलें होंगी.
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