राजकोट: राजकोट के उदय शिवानंद अस्पताल में आग लगने की वजह से पांच कोरोना मरीजों की मौत हो गई.Rajkot Kovid Hospital Fire
आग लगने की इस घटना पर सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार को फटकार लगाते हुए इस मामले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख व्यक्त किया.
लेकिन राजकोट की भाजपा मेयर को यह एक सामान्य घटना लग रही है. महापौर बीनाबेन आचार्य ने राजकोट की घटना को प्राकृतिक घटना करार दिया.
राजकोट मेयर का विवादित बयान
राजकोट के कोविड-19 अस्पताल में आग लगने से 5 मरीजों की मौत हो गई थी. सुप्रीम कोर्ट इसका जिम्मेदार कौन यह सवाल कर रहे हैं. ऐसे में राजकोट की महापौर को यह घटना प्राकृतिक लग रही है.
मेयर बीनाबेन आचार्य कह रही हैं कि “यह एक प्राकृतिक घटना है, एक बड़ी जानहानि टल गई है.” जबकि मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस घटना पर दुख व्यक्त कर चुके हैं.Rajkot Kovid Hospital Fire
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दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा की विचारधारा उनके मेयर का यह बयान बिल्कुल भी मेल नहीं खाती.
मेयर को जिम्मेदारों की तलाश करनी चाहिए और लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वालों को सजा दिलानी चाहिए ऐसे में मेयर का यह बयान किसी अपराध से कम नहीं.
अहमदाबाद के मेयर ने भी घटना को बताया था सामान्य
बीते दिनों अहमदाबाद के पिराणा रोड पर एक कपड़ा गोदाम में आग लगने से 12 लोगों की मौत हो गई थी. अहमदाबाद की मेयर बिजल पटेल ने घटना को सामान्य बताया था.
बिजल पटेल के इस बयान पर उनकी जमकर आलोचना हुई थी जिसके बाद उन्होंने अपनी गलती को स्वीकार कर माफी मांग लिया था.Rajkot Kovid Hospital Fire
400 करोड़ मुआवजा मिल जाए लेकिन मेरा भाई वापस नहीं आएगा
राजकोट के कोविड-19 अस्पताल में आग लगने से मृतक संजय राठौर की बहन संध्याबेन रोते हुए कहती हैं कि भले ही सरकार 4 लाख तो क्या 400 करोड़ की सहायता दे.
लेकिन मेरा भाई तो वापस नहीं आएगा. सरकार इस नुकसान की भरपाई कैसे करेगी.Rajkot Kovid Hospital Fire
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