नए कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों ने केंद्र सरकार के प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया है. किसानों ने बुराड़ी पार्क जाने से मना कर दिया है.
किसानों का कहना है कि बुराड़ी खुली जेल की तरह है. किसान संगठन से जुड़े लोगों ने आज मीडिया को संबोधित करते हुए बड़ा ऐलान किया.
किसान संगठन ने कहा कि हम अब राजधानी दिल्ली के प्रमुख एंट्री प्वाइंट को ब्लॉक करेंगे.
बुराड़ी को किसानों ने बताया खुली जेल
मीडिया को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि बातचीत के लिए रखी गई शर्त किसानों का अपमान है. हम बुराड़ी कभी नहीं जाएंगे.
दिल्ली पुलिस उत्तराखंड किसान संघ के अध्यक्ष को जंतर मंतर ले जाने को लेकर ले गई थी. लेकिन उनको बुराड़ी ले जाकर बंद कर दिया गया है.
इस हमारा मानना है कि बुराड़ी एक ओपन पार्क नहीं बल्कि ओपन जेल है. Farmers besiege Delhi
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दिल्ली का घेराव करने का ऐलान Farmers besiege Delhi
इस मौके पर किसान नेताओं ने ऐलान कर कहा कि हम किसी भी सियासी दल से जुड़े लोगों को अपने मंच पर बोलने का मौका नहीं देंगे.
लेकिन जो लोग हमारे आंदोलन का मदद कर रहे हैं ऐसे लोगों को मंच पर बोलने का मौका दिया जाएगा इन समिति से जुड़े लोगों को हमारे नियमों का पालन करना होगा. Farmers besiege Delhi
आरपार की लड़ाई के मूड से अपने घरों से निकलने वाले किसानों ने कहा कि हम कल से दिल्ली का घेराव करेंगे हमारे पास 4 महीनों का राशन है और हम अपना कपड़ा लेकर घरों से निकले हैं.
किसानों के विरोध के बावजूद लोकसभा और राज्यसभा में पास होने बिल और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद अब यह कानून बन चुका है.
केंद्र लगातार दावा कर रही है कि इस कानून से किसानों को फायदा होगा लेकिन किसान संगठन से जुड़े लोग इस कानून से कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रहे हैं.
किसान कृषि कानून को काला कानून बताते हुए इसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं. Farmers besiege Delhi
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