कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन छठे दिन भी जारी है. दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसान डेरा जमा कर आरपार की लड़ाई के लिए बैठे हैं.
इस बीच केंद्र की मोदी सरकार को जहां किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. meeting government and farmers
वहीं अब एनडीए की सहयोगी दल ने भी तीनों कृषि कानून को वापस लेने की मांग किया है अगर केंद्र ऐसा नहीं करेगी तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने साथ छोड़ने की भी धमकी दी है. meeting government and farmers
किसान संगठनों के साथ होगी अहम बैठक
इस बीच जानकारी सामने आ रही है कि कृषि कानून का विरोध करने वाले किसानों के संगठन से आज दोपहर तीन बजे एक अहम बैठक का आयोजन किया जाएगा.
सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पक्ष रखेंगे और किसानों को मनाने की कोशिश करेंगे. राष्ट्रीय राजधानी के विज्ञान भवन में दोपहर बाद तीन बजे बुलाई गई है.
13 नवंबर को हुई बैठक में शामिल सभी किसान नेताओं को इस बार भी आमंत्रित किया गया है. meeting government and farmers
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ठुकरा चुके हैं बातचीत का प्रस्ताव
गौरतलब है कि इससे पहले सरकार की ओर से 3 दिसंबर को बातचीत का प्रस्ताव रखा गया था. अमित शाह ने किसानों को बातचीत के लिए बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड पर जाने का प्रस्ताव दिया था.
लेकिन किसानों ने सशर्त बातचीत के इस प्रस्ताव को किसानों ने ठुकरा दिया था. जिसके बाद रविवार देर रात अमित शाह ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई बड़े नेताओं के साथ मीटिंग की थी.
विपक्ष के निशाने पर मोदी सरकार meeting government and farmers
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से सटे सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. इसी बीच किसानों के समर्थन में बोलते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है.
राहुल गांधी ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि ये कानून किसान विरोधी है और केंद्र सरकार ने इन कानूनों को किसानों के हित के लिए नहीं अपने कुछ उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के इरादे से बनाया है.
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