केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन का आज नौंवा दिन है. कृषि कानून के खिलाफ किसान आरपार की लड़ाई का मन बना चुके हैं.
कल किसान और केंद्र सरकार के बीच चौथे दौर की बैठक हुई थी. करीब 8 घंटों तक चली इस बैठक में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला. farmer protest 9th day
किसानों के साथ होने वाली बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा बातचीत सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में हुई. अगले चरण की बैठक शनिवार दोपहर 2 बजे एक बार फिर आयोजित होगी.
केंद्र सरकार को मिले सद्बुद्धि किसानों ने किया हवन farmer protest 9th day
मोदी सरकार को सद्बुद्धि मिले इसलिए किसानों ने आंदोलन के 9 वें दिन नोएडा में हवन किया. कृषि कानूनों के खिलाफ किसान मोदी सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है.
किसान अपनी मांगों को लेकर राजधानी दिल्ली की अलग-अलग सीमा पर डटें हुए हैं. किसान अपनी मांगों को लेकर किसी भी सूरत में झुकने को तैयार नहीं हैं.
इतना ही नहीं किसानों ने मांग की है कि मोदी सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाकर कृषि कानून को रद्द करने का प्रस्ताव लाए.
कल हुई थी चौथे दौर की बैठक farmer protest 9th day
कल दिल्ली के विज्ञान भवन में विभिन्न किसान संगठनों के 40 किसान नेताओं से बातचीत कर कृषि मंत्री तोमर ने दावा किया था कि किसानों के सभी वैध चिंताओं पर गौर किया जाएगा और उन पर खुले दिमाग से विचार किया जाएगा.
इस मौके पर किसानों ने सरकार की ओर किए गए भोजन के इंतजाम का बहिष्कार कर साफ कर दिया था सरकार से फिलहाल किसान आरपार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं.
इतना ही नहीं किसानों ने कहा कि कई खामियों के बावजूद कृषि कानून को जल्दबाजी में पारित किया गया है. farmer protest 9th day
‘एमएसपी में कोई बदलाव नहीं होगा’
बैठक में किसानों ने मांग रखी कि MSP पर पूरे देश में एक ठोस क़ानून हो अगर MSP से नीचे कोई ख़रीदे तो उसपर क़ानूनी कार्यवाही का कड़ा प्रावधान हो.
इसके साथ ही किसानों ने दोहराई कि तीनों कानून वापस हो और MSP पर एक क़ानून बने. हालांकि कृषि मंत्री ने कहा, ‘हम चाहेंगे एमएसपी मजबूत हो. एमएसपी में कोई बदलाव नहीं होगा.
SDM कोर्ट की वयवस्था इसलिए थी कि किसानों को सहायता मिले.’ farmer protest 9th day
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