गांधीनगर: केंद्र सरकार द्वारा किसानों से संबंधित तीन कानूनों के विरोध में पिछले कुछ दिनों से राजधानी दिल्ली के अलग-अलग सीमाओं पर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
गुजरात के 17 किसान संगठनों ने भी 12 दिसंबर के बाद दिल्ली रवाना होने का फैसला किया है. Gujarat farmer decision
गुजरात किसान संगठनों की बैठक
गुजरात किसान संघर्ष समिति के अनुसार, किसानों के 8 दिसंबर को भारत बंद के ऐलान के तहत गुजरात को भी बंद करने का फैसला किया है.
इतना ही नहीं 10 दिसंबर को जिला स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा. इतना ही नहीं गुजरात के किसान संगठन से जुड़े लोग 11 दिसंबर को गांधीनगर के सत्याग्रह छावनी में किसान संसद नामक प्रोग्राम करने वाले हैं. Gujarat farmer decision
उसके बाद 12 दिसंबर के बाद आंदोलन में शामिल होने के लिए गुजरात से मार्च निकालेंगे.
गुजरात के किसान 12 दिसंबर के बाद दिल्ली जाने के लिए होंगे रवाना
रविवार को अहमदाबाद में किसान संगठनों की एक बैठक हुई. इस बैठक में गुजरात के किसानों ने दिल्ली में चलने वाले किसान आंदोलन का पूर्ण समर्थन किया.
इतना ही नहीं इस बैठक में तीनों किसान विरोधी कानूनों को निरस्त करने के लिए एक प्रस्ताव भी पारित किया गया. Gujarat farmer decision
गुजरात किसान समाज के अध्यक्ष जयेश पटेल, गुजरात किसान सभा के डाहाभाई गजेरा और गुजरात किसान संघर्ष समिति के समन्वयक आनंद याग्निक की उपस्थिति में निर्णय लिया गया.
कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों ने विरोध प्रदर्शन को राष्ट्र व्यापी बनाने के लिए 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है. किसानों के भारत बंद का समर्थन का कांग्रेस ने ऐलान किया है.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा है कि पार्टी के तमाम कार्यकर्ता 8 दिसंबर को किसानों के भारत बंद का समर्थन कर जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. Gujarat farmer decision
इतना ही नहीं किसानों के भारत बंद के फैसले को लेकर राजनीतिक दल के साथ ही साथ अन्य संगठनों ने समर्थन देने का ऐलान किया है. जिसमें 400 से ज्यादा किसान संगठनों का नाम शामिल है.
कांग्रेस के अलावा टीएमसी, राष्ट्रीय लोक दल, रालोसपा और सपा का नाम शामिल है. वहीं कुछ लेफ्ट पार्टियों ने भी किसानों का साथ देने का ऐलान किया है.
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