मोदी सरकार द्वारा लागू तीनों कृषि कानून का विरोध जारी है. किसानों का आंदोलन 19 वें दिन में प्रवेश कर चुका है. किसानों ने आंदोलन को तेज बनाने के लिए आज भूख हड़ताल कर रहे हैं. india Former diplomats
मोदी सरकार को कृषि कानून पर किसानों के साथ ही साथ विपक्ष और विदेशों में विरोध का सामना करना पड़ रहा है. india Former diplomats
बीते दिनों कनाडा के प्रधानमंत्री ने किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया था. भारत ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के उस बयान पर सख्त प्रतिक्रिया दी थी.
भारत के पूर्व राजनयिकों के समूह ने कनाडा पर लगाया आरोप india Former diplomats
लेकिन अब देश में 22 पूर्व राजदूतों ने कनाडा को एक पत्र लिखकर अपने नाराजगी का इजहार किया है. पत्र लिखने वालों में कनाडा का राजदूत रहे विष्णु प्रकाश का भी नाम शामिल है.india Former diplomats
इन राजनयिकों ने खत लिखकर आरोप लगाया कि कनाडा वोट बैंक की राजनीति के लिए इस तरीके का बयान दे रहा है. खत में इस बयान को गैर-जरूरी, जमीनी हकीकत से दूर और भड़काऊ करार दिया है.
भारतीय विदेश मंत्रायल ने कनाडा के पीएम के बयान को बताया ‘गैरजरूरी’ india Former diplomats
बीते दिनों विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि हमने कुछ कनाडा के नेताओं के भारत के किसानों के बारे में कमेंट सुने हैं. india Former diplomats
ऐसे बयान गैरजरूरी हैं, वो भी तब जब किसी लोकतांत्रिक देश के आंतरिक मुद्दों से जुड़े हो. साथ ही ये भी जरूरी है कि डिप्लोमेटिक बातचीत को किसी राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया जाए.
मालूम हो कि गुरु नानक जयंती के अवसर पर कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने सिख समुदाय को संबोधित किया. इसी दौरान उन्होंने भारत में किसानों के प्रदर्शन पर चर्चा की और कहा कि भारत में हालात काफी चिंताजनक हैं.
ट्रूडो का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर कई टिप्पणियां की थीं. उन्होंने स्थिति को चिंताजनक बताते हुए कहा था कि कनाडा शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के अधिकार का बचाव करता है.
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