विशाल मिस्त्री, राजपिपणा: दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में कोरोना संकटकाल के बीच सीमित संख्या में वह भी सिर्फ ऑनलाइन टिकट बुकिंग किया हो ऐसे लोगों को ही, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के आसपास के स्थलों पर जाने की अनुमति है.
केवडिया से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के साथ अन्य प्रवासन स्थलों पर पर्यटकों को लेने वाले निजी एजेंसी के बस ड्राइवर और कंडक्टर जल्द भुगतान की मांग को लेकर हड़ताल पर उतर गए हैं. Bus driver strike
कॉन्ट्रैक्ट पर चलने वाली बस के ड्राइवर और कंडक्टरों का हड़ताल Bus driver strike
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पर्यटकों को ले जाने वाली भरूच की दिव्या ट्रैवल एजेंसी के बस ड्राइवर और कंडक्टर ने 23 दिसंबर यानी आज हड़ताल कर रहे हैं.
हड़ताल करने वाले बसकर्मियों ने आरोप लगाया कि हमें लॉकडाउन के दौरान भी वेतन नहीं दिया गया इसके अलावा पिछले 2 महीने का वेतन अभी भी बाकी है. हम अपने परिवार का इस हालत में भरण-पोषण कैसे कर पाएंगे.
वेतन मांगने पर हमें नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है. हमारी मांग है कि हम हमारे वेतन का भुगतान किया जाए और जिन लोगों को इस दौरान नौकरी से निकाला गया है उन सभी ड्राइवरों को फिर से बहाल किया जाए.
जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाएगी तब तक हमारा हड़ताल जारी रहेगा. Bus driver strike
आश्वासन के बाद फिर से शुरू किया काम
निजी ट्रैवल एजेंसी के प्रबंधक बसकर्मियों के हड़ताल पर जाने की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे और सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया.
इस आश्वासन के बाद ड्राइवर और कंडक्टरों ने अपना काम फिर से शुरू कर दिया.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सहायक आयुक्त डॉ. मयूर परमार ने कहा कि केवल एक एजेंसी के ड्राइवर-कंडक्टरों ने बस का संचालन करने से इनकार कर दिया. Bus driver strike
जिससे उनके और उनके मालिक के बीच आंतरिक विवाद पैदा हो गया. अब विवाद खत्म हो गया है. पर्यटकों को किसी भी तरह की असुविधा ना हो इसलिए हमने अन्य बसों की भी व्यवस्था की है.
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