देश में कोरोना का आतंक अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि बर्ड फ्लू (Bird Flu) ने परेशानी खड़ी कर दी है. भारत के छह राज्यों में अब तक बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है जिनमें गुजरात भी शामिल हो गया है. वहीं देश की राजधानी दिल्ली और छत्तीसगढ़ में पक्षियों के सैंपल लैब में भेजे गए हैं.
गुजरात के जूनागढ़ जिले के मानवादर तालुका के बंटवा गांव से 5 जनवरी को मिले 53 मृत पक्षियों में से एक टिटोदी में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की पुष्टि हुई है. यह राज्य में पहला मामला है जहां बर्ड फ्लू के कारण किसी पक्षी की मौत हुई है.
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इस संबंध में, जूनागढ़ पशुपालन विभाग के अधिकारी डॉ. डीडी पनेरा ने कहा कि जिले के मनावर तालुका में खारो बांध के पास पाए गए पक्षियों के शवों को भोपाल की एक प्रयोगशाला में भेजा गया. इसमें बर्ड फ्लू (Bird Flu) के संचरण की पुष्टि हुई है. वर्तमान में हमने बांध के आसपास के क्षेत्र को साफ कर दिया है और प्रोटोकॉल के अनुसार सभी सावधानी बरत रहे हैं.
बारडोली में 17 कौवों की मौत
दूसरी ओर, बारडोली के पठान कब्रिस्तान में शुक्रवार को रहस्यमय तरीके से 17 कौवे मृत पाए गए. पिछले 3 दिनों में दक्षिण गुजरात में 40 कौवे और दो बगुले मारे गए हैं. इनमें बर्ड फ्लू (Bird Flu) की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और केरल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है. मध्य प्रदेश और केरल से बढ़कर बर्ड फ्लू (Bird Flu) के वायरस ने चार राज्यों को अपनी चपेट में ले लिया है.
सात अभयारण्यों में रोक
गुजरात सरकार ने बर्ड फ्लू (Bird Flu) के प्रसार को रोकने के लिए राज्य के सात अभयारण्यों में सैलानियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. अभयारण्यों जहां सैलानियों को अनुमति नहीं दी जाएगी उनमें नालसरोवर, थॉल, खिजडिया, जंगली गधा अभयारण्य, वाधवाना वेटलैंड, पोरबंदर और छारि धांध शामिल हैं. बता दें कि जूनागढ़ से 55 पक्षियों की मौत की सूचना के बाद बुधवार को सूरत के माढ़ी गांव में चार पक्षी मृत पाए गए.