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BJP का सीएम बदलो अभियान, विजय रूपाणी के बाद अब शिवराज सिंह चौहान की बारी

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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों को हटा दिया है. हाल ही में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी की जगह भूपेंद्र पटेल को नया मुख्यमंत्री बनाया गया है. अब गुजरात के पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में भी सियासी हलचल देखने को मिल रही है. शिवराज सिंह चौहान को हाल ही में दिल्ली बुलाया गया था और उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. इस दौरे के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी मध्य प्रदेश में भी प्रयोग करने जा रही है.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. यह दौरा राजनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. शिवराज सिंह चौहान पिछले दो महीने में पांच बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं. जिसकी वजह से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. अगले हफ्ते एक बार फिर से शिवराज सिंह को दिल्ली तलब किया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुताबिक बीजेपी फिलहाल अपने नियंत्रण वाले राज्यों की व्यापक समीक्षा कर रही है और भविष्य में होने वाले चुनावों को देखते हुए बदलाव भी कर रही है. इन राज्यों में हरियाणा, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश शामिल हैं.

अन्य राज्यों के मुकाबले मध्य प्रदेश में हलचल काफी ज्यादा है. मुख्यमंत्री खुद दिल्ली का लगातार दौरा कर रहे हैं. साथ ही केंद्रीय नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं. हो सकता है कि शिवराज सिंह भी हाल में दूसरे राज्यों में हुए बदलावों से वाकिफ होकर अपनी सीट बचाने की कोशिश कर रहे हों. अगले हफ्ते जब वह दिल्ली जाकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे. लेकिन जैसे-जैसे भाजपा राज्यों में मुख्यमंत्रियों के साथ प्रयोग कर रही है, उसे संदेह होने लगा है कि भाजपा मध्य प्रदेश में भी मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने की तैयारी की जा रही है.

मध्य प्रदेश में चुनाव अभी बहुत दूर हैं लेकिन बीजेपी समय रहते परिस्थिति को अपने हाथ में लेने की कोशिश कर रही है. मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह के नेतृत्व में भाजपा विधानसभा चुनाव हार गई. लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हो गए थे जिसकी वजह से बीजेपी की सरकार बनी थी. ज्योतिरादित्य सिंधिया जब 28 विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुए थे उस दौरान उन्होंने किसी तरह समझौता किया होगा. मध्य प्रदेश में बीजेपी असम थ्योरी को अपना सकती है. विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी नया मुख्यमंत्री उतार सकती है. हालांकि अभी तक यह सारी अटकलें चल रही हैं.

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