उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद विवाद बढ़ता ही जा रहा है. अखिलेश यादव ने आज योगी सरकार पर जमकर हमला बोला था. इतना ही नहीं अखिलेश ने कहा था कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने पहले किसानों को फिर कानून और अब संविधान को भी कुचलने की कोशिश कर रही है. उनके इस बयान पर उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने पलटवार किया है.
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि किसका सफाया होगा या नहीं होगा ये जनता पर छोड़ दीजिए. आप (अखिलेश यादव) उसके लिए भविष्यवाणी न करें. किसने दंगाइयों को बचाया, किसने गुंडे माफियाओं को साइकिल पर बैठाया. ये सब इतिहास के पन्नों पर लिखी जा चुकी है इसलिए आप अपने गिरेबान में झांके.
योगी सरकार के मंत्री ने आगे कहा कि अखिलेश जी ने आज संविधान की बात की है, वो भूल जाते हैं कि मुज़फ़्फ़रनगर में जब दंगे हो रहे थे तो वो कहां थे? तब वो एक महोत्सव में आनंद ले रहे थे, न कि मुज़फ़्फ़रनगर की जनता के बारे में चिंता कर रहे थे. 2012-16 तक 200 से अधिक दंगे हुआ करते थे.
अखिलेश का बयान
योगी सरकार पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को समन नहीं बल्कि गुलदस्ता भेज रही है. जबतक अजय मिश्रा अपने पद पर रहेंगे पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिलेगा. अखिलेश ने आगे कहा कि लखीमपुर की घटना का वीडियो जिसने भी देखा उसने घटना की निंदा की है. ये संविधान कुचलने वाली सरकार है. सबने सब कुछ देखा फिर भी दोषी अभी तक नहीं पकड़े गए हैं. जिन भी परिवार से मैं मिला सबने कहा कि दोषी को सज़ा मिले.
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