Gujarat Exclusive > विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी, यूक्रेन से 18 हजार से ज्यादा भारतीय नागरिकों की हुई वापसी

विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी, यूक्रेन से 18 हजार से ज्यादा भारतीय नागरिकों की हुई वापसी

0
324

ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों का वापसी का सिलसिला जारी है. रूस की मिसाइलों से यूक्रेन लगभग बर्बाद हो चुका है. बीते 8 दिनों से हो रहे लगातार हमलों की वजह से हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए हैं. राजधानी कीव, खारकीव, बुका जैसे शहरों में मौजूद कई आवासियों इमारतों पर भी बमबारी की गई है जिसकी वजह से कई इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई हैं.

इस बीच विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देते हुए कहा कि ऑपरेशन गंगा के तहत 18,000 भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से सुरक्षित भारत लाया जा चुका है. बीते 24 घंटो में 15 फ्लाइटे भारत आई हैं. अगले 24 घंटो के लिए 18 फ्लाइटों को यूक्रेन भेजा जाएगा. इनमें 3 फ्लाइट भारतीय वायुसेना C-17 है बाकी के कमर्शिलय फ्लाइट हैं, जिनमें एयर इंडिया, ईंडिको,स्पाइस जेट, गो एयर और गो फर्स्ट के फ्लाइट है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस सिलसिले में जानकारी देते हुए कहा कि उड़ानों की यह संख्या उन बड़ी संख्या में भारतीयों को दर्शाती है जो यूक्रेन से पार कर गए हैं और अब पड़ोसी देशों में हैं. हम इन सभी भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द भारत वापस लाने के प्रयास कर रहे हैं. हम और उड़ानें शेड्यूल कर रहे हैं और अगले 2-3 दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय वापस लौट आएंगे. मैं अपने लोगों की मेज़बानी करने और उन्हें निकालने में सहायता प्रदान करने के लिए यूक्रेन की सरकार और पड़ोसी देशों की सराहना करना चाहता हूं.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आगे कहा कि हमारे पास वहां पर बंधक बनाकर रखने की कोई भी जानकारी नहीं है भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए हमें जो रूट सुविधाजनक लगेगा हम वहां से उन्हें निकालेंगे. यूक्रेन से बाहर निकलने के बाद ज़्यादा परेशानी नहीं है. शुरुआत में 20,000 भारतीय नागरिकों का पंजीकरण किया गया था, लेकिन कई ऐसे भी थे जिन्होंने पंजीकरण नहीं कराया था. हमारा अनुमान है कि कुछ सौ नागरिक अभी भी खार्किव में रह रहे हैं. हमारी प्राथमिकता छात्रों को सुरक्षित रूप से बाहर ले जाना है.

https://archivehindi.gujaratexclsive.in/cm-yogi-sp-and-bsp-attack/