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भारत में कोरोना के 170 मामलों की पुष्टि, दिल्ली में संदिग्ध मरीज ने अस्पताल की बिल्डिंग से कूदकर दी जान

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देश में बढ़ते कोरोना वायरस के आतंक के बीच हर रोज नए-नए केस सामने आ रहे हैं. अब तक भारत में कोरोना वायरस के 170 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. आइसीएमआर के मुताबिक, 19 मार्च तक, 12,426 लोगों से 13,316 सैंपल इक्कठे किए गए हैं. अब तक इस वायरस के चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हुई है जबकि एक अजीब घटना में बुधवार रात को कोरोना संक्रमण के डर से एक इंसान ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से कूदकर अपनी जान दे दी.

अस्पताल से कूदा संदिग्ध

कोरोना वायरस के एक संदिग्ध मरीज के दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल की छत से कूदकर जान देने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस का यह संदिग्ध 35 वर्षीय मरीज बुधवार को ही सिडनी से लौटा था, जिसके बाद उसे तुरंत सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था. घटना को लेकर सफदरजंग अस्पताल के पीआरओ दिनेश नारायण ने कहा है कि हम इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते हैं कि छत से कूदकर जान देने वाला मरीज कोरोना वायरस मरीज था या नहीं. अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि मरीज का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है. फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम की पुलिस जांच कर रही है.

पंजाब का रहने वाला था शख्स

पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) के डिफेंडर आर्य ने कहा कि वह व्यक्ति पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर जिले का था और पिछले एक साल से ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में रह रहा था. आर्य ने कहा है कि एक नोडल अधिकारी ने बताया कि वह एयर इंडिया की उड़ान से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा और सिर में दर्द होने की शिकायत की जिसके बाद उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल पहुंचने के बाद उसे सातवीं मंजिल पर सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में भर्ती कराया गया था. जहां पहुंचने के कुछ ही मिनट बाद उसने सातवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी.

84 और ट्रेनों को किया गया रद्द

कोरोना के खतरे और यात्रियों की कम संख्या के कारण गुरुवार को 84 और ट्रेनों को रद्द कर दिया गया जो 20 से 31 मार्च के बीच नहीं चलेंगी. अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही रद्द ट्रेनों की कुल संख्या 155 पर पहुंच गई है. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि जिन ट्रेनों को रद्द किया जाना था उनकी पहचान बुधवार रात कर ली गई और यह फैसला 20 मार्च से 31 मार्च तक लागू रहेगा.

एक अधिकारी ने बताया कि इन 155 ट्रेनों में टिकट कराने वाले सभी यात्रियों को व्यक्तिगत रूप से इसके बारे में सूचित किया जा रहा है. इन ट्रेनों के लिए टिकट रद्द करने पर लगने वाला शुल्क नहीं वसूला जाएगा. यात्रियों को 100 प्रतिशत किराया वापस मिलेगा.

बिहार में एक भी मामला नहीं

बिहार में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़ी है. बिहार में अब तक 354 संदिग्धों की पहचान की गई है, जबकि अब तक कुल 113 संदिग्ध को आइसोलेशन से मुक्त कर दिया गया है. इन्हें 14 दिनों के लिए आइसोलेशन पर रखा गया था. इस बीच नेपाल से सटे 49 स्थानों पर बिहार में आने वाले लोगों की जांच की जा रही है. बिहार के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि 15 जनवरी से बुधवार तक बिहार में कोरोना वायरस से ग्रसित देशों से लौटे 354 यात्रियों को सर्विलांस (निगरानी) में रखा गया है. इनमें से 113 यात्रियों ने 14 दिनों की सर्विलांस की अवधि पूरी कर ली है.