केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच कल 3 घंटों से ज्यादा वक्त तक बैठक होने के बावजूद भी किसानों का आंदोलन 36 वें दिन भी जारी है. 36th day farmers movement
कल होने वाली बैठक में किसान नेताओं की ओर से बातचीत के लिए 4 प्रस्ताव रखे गए थे. कल होने वाली सातवें दौर की बैठक में दो मुद्दों पर किसान और सरकार की सहमति बनी थी.
लेकिन एमएसपी और कृषि कानून को लेकर बात नहीं बन पाई थी. इसलिए अगले दौर की बैठक 4 जनवरी को फिर से आयोजित की जाएगी.
केंद्र सरकार कानून को नहीं करेगी रद्द
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू तीनों नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. किसान और सरकार के बीच ठनी रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही. 36th day farmers movement
राजधानी दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे किसान पिछले 36 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. इस बीच जानकारी सामने आ रही है कि कल होने वाली बैठक में सरकार ने साफ कर दिया है कि कानून को रद्द नहीं किया जाएगा.
हां संशोधन के लिए सरकार जरूर तैयारी दिखा रही है. 36th day farmers movement
अशोक गहलोत ने ट्वीट कर बोला हमला
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा “2020 विश्व मानवता के लिये दुर्भाग्यशाली रहा.
इस साल हमारे देशवासियों को दिल्ली दंगे, कोरोना महामारी, फसलों पर टिड्डी दल का बड़ा हमला, विकट आर्थिक संकट, पड़ोसी देशों के साथ तनाव जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ा.
अब किसान ठंड के मौसम में आंदोलन करने के लिये मजबूर हैं.” 36th day farmers movement
कल दिल्ली के विज्ञान भवन में 7 वें दौर की बैठक आयोजित की गई थी. इस बैठक में 40 किसान संगठन से जुड़े नेताओं के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल बैठक में शामिल हुए थे.
करीब 3 घंटो तक चली इस बैठक में चार प्रस्ताव पर बातचीत की गई. इसमें से 2 प्रस्ताव पर रजामंदी हुई जबकि कृषि कानून और MSP पर अभी तक बात नहीं बन पाई है.
अगले दौर यानी 8 वें दौर की बातचीत 4 जनवरी को आयोजित की जाएगी. 36th day farmers movement
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