देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस का विकराल रूप अभी देखने को मिल रहा है. उन्हीं राज्य में से एक बिहार भी है. राज्य में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों के कारण अस्पताल में मरीजों का बेड नहीं मिल पा रहा है. वहीं कई स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तड़प रहे हैं. इस बीच पटना एम्स की 400 संविदा नर्सें हड़ताल पर चली गई हैं.
नर्सों ने अपनी नौकरी की सुरक्षा, वेतन को बढ़ाने, हेल्थ इंश्योरेंस, स्थायी कर्मचारियों की तरह छुट्टी समेत कई मांगें सरकार के सामने रखी हैं. नर्सों ने उनकी मांगे पूरी नहीं होने तक हड़ताल पर जाने का फैसला किया है.
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वहीं पटना एम्स प्रशासन कहना है कि हमने कुछ मांग को मान लिया है. हालांकि अभी भी नर्सों की हड़ताल जारी है. इसका खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ रहा है. बता दें कि पटना एम्स बिहार का इकलौता केंद्रीय हॉस्पिटल है, जहां कई वीवीआईपी कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है.
दो दिनों में दो नेताओं की मौत
बिहार में कोरोना का विकराल रूप दिख रहा है. दो दिन पहले बीजेपी के एमएलसी सुनील कुमार सिंह की मौत हुई थी और अब बुधवार को आरजेडी नेता राजकिशोर यादव का निधन हो गया है. राजकिशोर दानापुर सीट से आरजेडी के प्रत्याशी रहे हैं और उनकी लालू यादव के करीबी नेता के तौर पर गिनती होती थी.
कई नेता संक्रमित
बिहार सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल, जदयू नेता अजय आलोक और रामकृपाल यादव के अलावा कई बड़े नेता कोरोना की जद में आ चुके हैं. इन नेताओं के साथ उनके घरवाले भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.
राज्य में 30 हजार से ज्यादा मामले
मालूम हो कि बिहार में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 30, 369 को पार कर गया है, जिसमें 217 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना से अब तक 19 हजार से अधिक मरीज जंग जीत चुके हैं, जबकि 10 हजार से अधिक मरीज अभी भी कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं. पिछले 24 घंटे मे राज्य में 1417 नए मामले सामने आए हैं.
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