बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान बुलबुल शनिवार देर रात पश्चिम बंगाल के समुद्री तट से टकरा गया. हालांकि समय बीतने के साथ यह तूफान कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है. पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में तेज हवाओं की चपेट में आने से तीन जिलों पूर्व मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना तथा दक्षिण 24 परगना अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है.
तूफान प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव टीमें भी मुस्तैद हैं. पश्चिम बंगाल में चक्रवात बुलबुल के कारण बारिश के बाद कोलकाता के कुछ हिस्सों में जलभराव की वजह से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है. वहीं, बंगाल के सागर पायलट स्टेशन पर 200 स्थानीय लोगों को आश्रय दिया गया है.
इसके अलावा सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर शनिवार शाम छह बजे से अगले 12 घंटों तक उड़ानों का संचालन स्थगित कर दिया गया. इस तूफान का असर बांग्लादेश और ओडिशा के कुछ हिस्सों पर पड़ा। जहां तूफान के कारण कई पेड़ उखड़ गए हैं. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि समय बीतने के साथ यह तूफान कमजोर हो जाएगा।
चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ के कारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले सप्ताह उत्तर बंगाल की अपनी यात्रा रद्द करने का फैसला किया है. वह 11 नवंबर को नामखाना और बक्खाली के आस-पास प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगी.
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत की और इस आपदा से निपटने के लिये राज्य को हर संभव मदद का आश्वासन दिया.