गुजरात के पाटिदारों को आरक्षण दिलवाने के लिए आंदोलन की शुरुआत करने वाले हार्दिक पटेल एक बार फिर एक लम्बे अरसे बाद गुजरात में किसानों की कर्ज माफी और फसल बीमा की मांग को लेकर उपवास का रास्ता अपनाया है. हार्दिक पटेल के साथ राजकोट के कांग्रेस के विधायक ललीत कथकरा भी उपवास कर रहे हैं. इस उपवास को भारतीय किसान संघ का समर्थन भी मिल चुका है.
किसानों की कर्जमाफी और फसल बीमा की मांग को लेकर राजकोट पडघरी तहसील के मौवेया गांव में कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार से सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया है. हार्दिक पटेल ने बताया कि बेमौसम बारिश के कारण किसानों को नुकसान हुआ है. उनकी खड़ी फसल खराब हो गई. किसानों को फसल बीमा के रुपये भी नहीं मिले है. जिसकी वजह से किसानों की हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही है इसलिए गुजरात सरकार को जल्द से जल्द किसानों को फसल बीमा की राशि देनी चाहिए.
हार्दिक पटेल ने कहा कि गुजरात में पिछले चार महीने में आर्थिक सकंट से जूझ रहे चार किसानों ने आत्महत्या कर ली है. उनके मुताबिक, किसान मर रहे हैं और सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है. राजकोट में किसानों के पास खरीदी गई दो करोड़ रुपये की मूंगफली बारिश में खराब हो गई. इतना ही नहीं उन्होंने गुजरात सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण किसानों की हालत खराब हो गई है.
सत्याग्रह आंदोलन शुरु करने वाले हार्दिक पटेल ने कहा कि किसानों की मांगों के लेकर आगामी दिनों में पूरे गुजरात के गांवों-गांवो में सत्याग्रह आंदोलन किया जाएगा. भारतीय किसान संघ के राजकोट जिले के अध्यक्ष दिलीप संखियान ने बताया कि सरकार द्वारा किसानों के लिए घोषणा की जाती है. लेकिन किसानों तक उसका लाभ नहीं पहुंचता है. इसीलिए जब तक गुजरात सरकार के वादे पूरे नहीं हो जाते तब तक किसान संघ द्वारा सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी रखा जाएगा.