अभी कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया था कि राम मंदिर के हक में सुप्रिम कोर्ट का फैसला आने के बाद से यूपी में रामराज्य शुरु हो गया है. लेकिन दावा से बिल्कुल हटकर एक नया मामला सामने आया है जो उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को तार तार कर रहा. इस बार पुलिस ने नहीं बल्कि एक जिलाअधिकारी कानून को हाथों में लेते हुए नजर आ रहा हैं.
दरअसल, मंगलवार को अमेठी के एक ईंट व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बुधवार को पोस्टमार्टम हाउस के बाहर बातचीत के दौरान जिले के डीएम आपा खो बैठे और परिजनों से अभद्रता कर बैठे जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि, डीएम ने खुद ऐसे आरोपों को निराधार बताया। कहा कि पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई से पूरा परिवार संतुष्ट है। जो वीडियो चल रहा है वह एडिट किया हुआ है।
Prashant Sharma, who was removed as Amethi District Magistrate (DM), has been kept on wait list for further posting. https://t.co/2SjCraL5sS
— ANI UP (@ANINewsUP) November 14, 2019
दरअसल मृतक ईंट व्यवसायी के परिजनों से अभद्रता पर अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा को हटा दिया गया है। उनके व्यवहार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जाहिर की थी। अरुण कुमार को जिले का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। वह अभी तक मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पद पर तैनात थे। वहीं, मुरादाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रशांत शर्मा को प्रतीक्षारत् किया गया है।
हालांकि, एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के रिश्तेदार होने के नाते प्रशांत शर्मा को कल से ही बचाने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन कोई तरकीब काम नहीं आई। बता दें कि प्रशांत शर्मा अपने खराब व्यवहार पर हाईकोर्ट से पहले भी दंडित किए जा चुके हैं।