महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन के बीच सरकार गठन को लेकर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच बात लगभग अंतिम दौर में पहुंच चुकी है. बताया जा रहा है कि 17 नवंबर को राज्य में सरकार बनाने का ऐलान किया जा सकता है क्योंकि इसी दिन बाला ठाकरे की पुण्यतिथि है. इसी बीच एनसीपी ने साफ कर दिया है कि राज्य में अगला मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा.
एनसीपी के मुंबई अध्यक्ष नवाब मलिक ने कहा, ‘अगला मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा. यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उसके आत्मसम्मान को बनाए रखे क्योंकि उसने अपने पुराने गठबंधन को छोड़ा है. कांग्रेस सरकार का हिस्सा होगी या वह बाहर से हमारा समर्थन करेगी इसका जल्द फैसला होगा.
गठबंधन को लेकर शिवसेना के बदले बोल
वहीं शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार पर पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि सीएम शिवसेना का ही होगा. महाराष्ट्र बनाने में सभी का योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि कॉमन मिनिमम प्रोग्राम राज्य के हित के लिए बना है. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार भी इसी पर आधारित थी. कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर राउत ने कहा कि देश की आजादी में कांग्रेस का योगदान रहा है. हम सभी को साथ लेकर चलेंगे. राउत ने ट्वीट कर कहा, ‘बंदे हैं हम उसके हमपर किसका जोर
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 15, 2019
सरकार बनाने की गतिविधियों ने रविवार से गति पकड़नी तब शुरू की जब शरद पवार ने दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने की उम्मीद जताई. एनसीपी नेताओं के अनुसार पहले गांधी और पवार बैठक करेंगे और उसके बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मिलेंगे. इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है कि क्योंकि यह सरकार गठन पर आखिरी मुहर लगाने का काम करेगी.