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बीजेपी को शिवसेना सिखा रही है हिन्दुत्व का परिभाषा, NDA से अलग होने के बाद हमलावर हुई शिवसेना

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शिवसेना अपने मुखपत्र सामना में अक्सर अपने विरोधियों को निशाना बनाती है. और लोगों के सामने अपनी राय रखती है. ऐसे में एनडीए से अलग होने के बाद अब शिवसेना बीजेपी के सबसे मजबूत एजंडा पर हमला बोला है. महाराष्ट्र में सरकार संकट के बीच शिवसेना ने ‘सामना’ के जरिए बीजेपी पर तीखा हमला बोला है. शिवसेना ने संपादकीय में हिंदुत्व और राष्ट्रवाद का जिक्र करते हुए लिखा कि जब आपने जन्म भी नहीं लिया था, तो हमने हिंदुत्व का समर्थन किया था.

आगे लिखा गया है कि जो लोग एनडीए से हमें निष्कासित बता रहे हैं, उन्हें इतिहास से सबक लेना चाहिए. संघ परिवार को चलाने वाले हम ही हैं … जब बाला साहेब ठाकरे, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, प्रकाश सिंह बादल और जॉर्ज फर्नांडीस ने एनडीए की नींव रखी, तो कई मौजूदा नेता कहीं नहीं थे.

इससे पहले रविवार को संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने घोषणा की थी कि लोकसभा में शिवसेना को विपक्षी खेमे में सीटें आवंटित की जा रही हैं क्योंकि वह कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन कर रही है. जोशी ने पत्रकारों से कहा था कि शिवसेना के मंत्री ने एनडीए सरकार से इस्तीफा दे दिया है. वे आज एनडीए की बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं और कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन कर रहे हैं. इसलिए यह स्वाभाविक है कि दोनों सदनों में विपक्ष की ओर से उन्हें सीटें आवंटित की जाएंगी.

इस पर सामाना ने जवाब दिया कि एक प्रह्लाद जोशी ने यह कहा है कि वह स्पष्ट रूप से शिवसेना की भावना और एनडीए के कार्यों से अवगत नहीं हैं. एक समय था जब कोई भी भाजपा के बगल में खड़ा नहीं होता था.

बता दें कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के बंटवारे की मांग को लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच दशकों पुराना गठबंधन टूट गया. जिसके बाद से लगातार शिवसेना राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस के साथ राज्य में गैर-भाजपा सरकार बनाने की कोशिश कर रही है.