पिछले एक महीने से चलने वाले हाई वोल्टेज ड्रामा का अब महाराष्ट्र में अंत हो गया है. कल शाम तक जहां कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना मिलकर सरकार गठन का दावा कर रही थी. वहीं शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने बीजेपी से गठबंधन कर लिया. और आज सुबह करीब 8 बजे बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने दोबारा महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ ली. तो वहीं, एनसीपी नेता अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है.
महाराष्ट्र में बनने वाली सरकार को लेकर सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवेंद्र फड़णवीस और अजित पवार को बधाई दिया. प्रधानमंत्री ने ट्वीट करके भरोसा जताया कि ये दोनों नेता महाराष्ट्र के विकास के लिए काम करेंगे.
गृहमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने देवेंद्र फडणवीस को सीएम और अजीत पवार को डिप्टी सीएम बनने पर दी बधाई, मुझे विश्वास है कि यह सरकार महाराष्ट्र के विकास और कल्याण के प्रति निरंतर कटिबद्ध रहेगी और प्रदेश में प्रगति के नये मापदंड स्थापित करेगी.
श्री @Dev_Fadnavis जी को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और श्री @AjitPawarSpeaks को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर हार्दिक बधाई।
मुझे विश्वास है कि यह सरकार महाराष्ट्र के विकास और कल्याण के प्रति निरंतर कटिबद्ध रहेगी और प्रदेश में प्रगति के नये मापदंड स्थापित करेगी।
— Amit Shah (@AmitShah) November 23, 2019
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि जनता ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया था लेकिन शिवसेना ने हमारा साथ छोड़कर किसी और जगह गठबंधन करना शुरू कर दिया। जिसके चलते महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हुआ। महाराष्ट्र जैसे राज्य में यह कितने समय लागू रहे यह शोभा भी नहीं देता है। इसके चलते महाराष्ट्र को एक स्थिर सरकार की जरूरत थी खिचड़ी सरकार की नहीं। अंत में मैं राष्ट्रवादी पार्टी के नेता अजित पवार को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने हमारा साथ दिया।
उन्होंने कहा कि हमारे साथ कई अन्य लोग भी आएं हैं। हमारा दावा राज्यपाल का पेश किया। राज्यपाल जी ने राष्ट्रपति जी से अनुशंस की कि वह राष्ट्रपति शासन वापस लें। इसके बाद राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्यौता दिया। महाराष्ट्र में स्थिर और स्थाई सरकार दे पाएंगे।