गुजरात विधानसभा का आज से तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र का आगाज होने वाला है. ऐसे में कांग्रेस के बाद अब भीलीस्थान टाईगर पार्टी (BTP) ने भी अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर विधानसभा के घेराव का ऐलान किया है. राज्य में प्राथमिक स्कूलों के बंद करने के मामले को लेकर पहले से ही आदिवासी इलाकों में भारी नाराजगी दिखाई दे रही थी. ऐसे में आज भीलीस्थान टाईगर पार्टी ने विधानसभा के घेराव करने का ऐलान किया है. बीटीपी ने बिरसामुंडा भवन से गुजरात विधानसभा तक मार्च का आयोजन किया है.
इस सिलसिले में जानकारी देते हुए भीलीस्थान पार्टी के नेता और देडियापाडा के विधायक महेश वसावा ने बीजेपी पर हमला किया और कहा कि रूपानी सरकार तानाशाही चला रही है. उन्होंने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार के तुगलकी फरमान के बाद 5350 प्राथमिक स्कूलों के विलय करना, बिन सचिवालय परीक्षा रद्द करने और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी क्षेत्र के नोटिफाइड इलाका घोषित करने के खिलाफ आज हमने विरोध मार्च का आयोजन किया है इस मार्च को कामयाब बनाने के लिए हमने बीटीएस और बीटीपी के साथ ही साथ दूसरे आदिवासी संगठनों को भी गांधीनगर आने की अपील की है.
महेश वसावा ने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार आदिवासियों को लेकर गंभीर नहीं. सरकार के फैसला से आदिवासी समाज के लोगों को काफी नुकसान हो रहा है. आज हमारे कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा रहा है. अगर हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो हम गुजरात बंद का ऐलान करेंगे.