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20 साल बाद गुजरात में दिखा मजबूत विपक्ष, सड़क और विधानसभा गरम

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गांधीनगर: गोधराकांड से लेकर जीएसपीसी और नालिया कांड तक सेल्फ गोल करने वाली कांग्रेस विपक्ष के तौर पर आज गांधीनगर में पहली बार जबरदस्त उत्साह के साथ विरोध प्रदर्शन करते हुए दिखी, विधानसभा के तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस जिस तरह से सरकार की नीतियों का विरोध किया और जिस तरह से पार्टी के सेनापति अमित चावड़ा ने खुद मोर्चा संभाला उसे देखकर ऐसा लगा कि गुजरात में विपक्ष का एक बार से फिर नवसर्जन हुआ है.

अमित चावडा और परेश धानानी की अगुवाई में कांग्रेसी कार्यकर्ता आज गांधीनगर के सत्याग्रह छावनी में एकत्र हुए. यहां एक मजबूत सेनापति के तौर पर अपने कार्यकर्ताओं में अपने भाषण के जरिये जोश-खरोश भरते हुए नजर आए. उसके बाद सरकार विरोधी नारेबाजी कर पुलिस परमिशन नहीं मिलने के बाद विधानसभा घेराव के लिए रवाना हुए.

सरकार से हिदायत मिलने के बाद पुलिस आंदोलन को तोड़ने के लिए पहले से ही स्टैंडबाय थी. लेकिन कांग्रेस के मजबूत इरादों ने पुलिस की तमाम तैयारियों पर पानी फेर दिया. आखिर में अमित चावड़ा और परेश धानानी सहित नेताओं को रोकने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा. बावजूद इसके कांग्रेसी नेताओं का जोश खत्म नहीं हुआ और अपनी मांग को लेकर कांग्रेस नेता आगे बढ़ते रहे, इसी दौरान अमित चावड़ा के कपड़े भी फट गए लेकिन उन्होंने इसकी परवाह किये बिना बीच रास्ते पर बैठकर जमकर नारेबाजी करते रहे. चावड़ा को हिरासत में लेने के लिए पुलिस को काफी देर तक लोगों के साथ धक्का मुक्की करनी पड़ी और अंत में चावड़ा को हिरासत में लेने में पुलिस को कामयाबी मिली. लेकिन फिर भी उनका हौसला नहीं टूटा और जमकर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए पुलिस की गाड़ी में बैठ गए.

गुजरात में कई सालों बाद उत्साह से लबरेज कांग्रेस रुपानी सरकार को बैकफुट पर लाते हुए नजर आई. अमित चावड़ा इस सिलसिले में बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि गांधीनगर में कांग्रेस के द्वार आयोजित सभा और विधानसभा के घेराव को निष्फल बनाने के लिए रुपानी सरकार ने पुलिस प्रशासन का गलत इस्तेमाल किया है इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि रुपानी सरकार की वजह से गुजरात के लोग दुखी हो गए हैं.

 

गुजरात एक्सक्लूसिव से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, “अब जनता भाजपा सरकार की तानाशाही से पीड़ित हो चुकी है, लोकशाही में जनता की आवाज को दबाने के लिए गुजरात सरकार ने पुलिस प्रशासन का गलत तरीके से इस्तेमाल किया है. इतना ही नहीं पुलिस ने भी सरकार के इशारे पर लोगों के साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार कर रही है ’’ उन्होंने आगे कहा कि “आज सुबह गांधीनगर आने वाले लोगों के साथ पुलिस ऐसा व्यवहार कर रही थी जैसे वह विधानसभा पर हमला करने आ रहे हों. पुलिस ऐसी कार्रवाई कर लोगों में डर का माहौल पैदा करना चाहती है. ये लड़ाई सिर्फ कांग्रेस की नहीं, बल्कि आम जनता के लिए है. सरकार द्वारा पुलिस को आगे कर भय का माहौल पैदा किया जा रहा है.सीएमओ आफिस से सीधे आदेश मिल रहा है कि हमारे कार्यकर्ताओं को धमकियां दी जाएं “