शराबबंदी को लेकर गुजरात और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों में बीते कुछ दिनों से जमकर बहसबाजी हो रही है. सीएम रुपाणी की चुनौती को स्वीकार करते हुए सीएम गहलोत ने भी शराबबंदी की ओर कदम बढाए हैं इसी बीच खबर है कि बीते दो साल में गुजरात में 252 करोड़ की शराब पकडी गई.
राज्य सरकार की ओर से सोमवार विधानसभा सत्र के पहले दिन कुछ आंकड़े पेश किए गए. कांग्रेस विधायक के सवाल के जवाब में सरकार ने स्वीकार किया कि 1 नवंबर 2017 से 31 अक्टूबर 2019 के बीच पुलिस ने भारत में बनी विदेशी शराब की 1.38 करोड़ बोतलें, बीयर की 17.01 लाख बोतलें और देसी शराब की 18.58 लाख बोतलें बरामद की हैं.
लगभग 250 करोड़ की शराब पकड़ी गई
गुजरात सरकार के मुताबिक, जब्त की गई कुल शराब की कीमत लगभग 231.40 करोड़ रुपये आंकी गई है. वहीं, बीयर की कीमत लगभग 17.79 करोड़ रुपये और देसी शराब की कीमत 3.13 करोड़ रुपये आंकी गई है. हालांकि, सरकार और पुलिस द्वारा बताए गए आंकड़ों में शराब की वैल्यू में काफी अंतर है. अहमदाबाद में बरामद की गई शराब की प्रति बोतल औसत कीमत 298 रुपये और सूरत में प्रति बोतल औसत कीमत 62 रुपये बताई गई है.
अहमदाबाद जिले में बरामद की गई 8.40 लाख बोतलों की कीमत लगभग 25.09 करोड़ रुपये बताई गई है. वहीं, सूरत में जब्त की गई 22.59 लाख बोतलों की कीमत 14.16 करोड़ रुपये बताई गई है. कांग्रेस विधायक अक्षय कुमार पटेल के सवाल का जवाब देते हुए सरकार ने बताया कि अहमदाबाद में कुल 8.40 लाख बोतलें जब्त की गईं, जिसमें से 66 पर्सेंट बोतलें ग्रामीण इलाकों से और 34 पर्सेंट बोतलें शहरी इलाकों से जब्त हुई.
इतना ही नहीं पिछले 2 सालों में 11 हजार 831 किलो गांजा भी पकड़ा गया. सबसे ज्यादा सूरत से 3,534 किलो गांजा के जत्थे को पकड़ा गया है जबकि पाटन से 2 सालों में 2,462 किलो और आणंद जिला से 2,225 किलो और पूरे गुजरात से 69.60 किलो चरस और 3236 किलो अफीम को पुलिस ने कब्जा किया किया है.