नागरिकता संशोधन विधेयक पास होने के बाद जहां कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इस विधेयक की आलोचना करते हुए इसे संविधान की मूल भावना के ख़िलाफ़ बताया है. वहीं संसद के दोनों सदनों में पास होने के बाद अब इस विधेयक को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी इंडियन यूनियन मुसलिम लीग और जमीअत उलेमा-ए-हिंद कर रहे हैं. लेकिन इन सभी से बिल्कुल हटकर महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग में बतौर आईजीपी पोस्टेड अब्दुल रहमान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया नागरिकता संशोधन बिल संविधान के मूल ढांचा के खिलाफ है मैं इस बिल की मुखालफत करता हूं और अपने इस्तीफे का ऐलान करता हूं.
This Bill is against the religious pluralism of India. I request all justice loving people to oppose the bill in a democratic manner. It runs against the very basic feature of the Constitution. @ndtvindia@IndianExpress #CitizenshipAmendmentBill2019 pic.twitter.com/1ljyxp585B
— Abdur Rahman (@AbdurRahman_IPS) December 11, 2019
आपको याद होगा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद तमाम तरह के प्रतिबंध लगाए जाने और नागरिकों के मौलिक अधिकार छीने जाने की बात कहते हुए उन्होंने आईएएस कन्नन गोपीनाथन ने नौकरी से इस्तीफ़ा दे दिया था. अब नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में आईपीएस अफ़सर अब्दुर रहमान ने इस्तीफ़ा दे दिया है.
महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस अफ़सर रहमान ने एक और ट्वीट कर कहा, ‘यह विधेयक भारत के धार्मिक बहुलतावाद के ख़िलाफ़ है. मैं सभी न्यायप्रिय लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे लोकतांत्रिक तरीके से इस विधेयक का विरोध करें। यह संविधान की मूलभूत बातों के ख़िलाफ़ है
गौरतलब हो कि राज्यसभा में विधेयक के पक्ष में 125 जबकि विरोध में 99 वोट पड़े थे. रहमान ने इस्तीफ़े में कहा, ‘नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 संविधान के ख़िलाफ़ है. मैं इस विधेयक की निंदा करता हूँ. मैंने फ़ैसला लिया है कि मैं कल से ऑफ़िस नहीं जाऊंगा और अपनी नौकरी छोड़ रहा हूँ.