गुजरात के राजकोट जिले के भोजपुरा गांव से गुजरने वाले नैशनल हाइवे पर एक अजीबो गरीब नजारा देखने को मिला जब लोग अपनी गाड़ियों को हाइवे के किनारे पर पार्क कर आसमान छू रही प्याज को बंटोरते हुए नजर आए. क्या बूढ़े क्या जवान, क्या अमीर क्या गरीब सभी लोग हाइवे पर बिखरी प्याज को बंटोर रहे थे और सभी का एक ही लक्ष्य था कि कैसे ज्यादा से ज्यादा प्याज को जमा किया जाए.
गुजरात के राजकोट जिले के भोजपुरा गांव से गुजरने वाले नैशनल हाइवे से एक किसान की प्याज से भरी ट्रेलर गुजर रही थी जूट के बैग से भरे प्याज अचानक ट्रेलर से गिरने लगी और ड्राइवर को इसके बारे में पता ही नहीं चला. ऐसे में गांव के लोगों को पता चलते ही रास्ते पर लोगों की भीड़ लग गई.
इस साल सितंबर के महीने से प्याज के दाम देश में बढ़ने शुरू हुए और नवंबर के अंतिम सप्ताह में यह 100 रुपये प्रति किलो पहुंच गए. बताया जा रहा है कि राजकोट शहर से गोंडल कस्बे के बीच यात्रा कर रहे लोगों को सड़क पर बिखरी प्याज देखकर खुशी का ठिकाना नहीं रहा. फिर क्या जिसको जो मिला उसी में प्याज को रखने लगा. आलम यह रहा है कि जिंदगी के आखिरी दौर में चल रहे कई बुजुर्ग भी प्याज बंटोरते नजर आए.
गोंडल मार्केटिंग यार्ड से जुड़े लोगों ने इस बात की पुष्टी करते हुए कहा कि 200 किलो इस दौरान रास्ते पर गिर गई.