इन दिनों जहां देश के अलग-अलग हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून को लेगर विविध संगठनों से जुड़े लोगों के साथ ही साथ छात्र भी हंगामा कर रहे हैं वहीं अब इस मामले को लेकर विदेशों में भी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी के तहत लंडन में रहने वाले असमी समुदाय के लोगों ने भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया और नागरिकता संशोधन कानून को लागू करना मोदी सरकार की विफलता बताया.
अपने पारंपरिक परिधान और बच्चों के साथ आए ब्रिटिश असमी समुदाय के प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर असमी और अंग्रेजी में लिख था, ‘लोकतंत्र बचाओ, कैब रोको.’
इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ नारेबाजी भी की गई. लंडन में मौजूद भारतीय उच्चायोग के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि, असम एकजुट है और कैब विभाजनकारी है. विभाजन को ना कहिए और एकता को हां.
इसके साथ ही इंडियन ओवरसीज कांग्रेस की ब्रिटिश इकाई ने भी नई दुनिया और दुनियाभर की जैसी ‘भारत बचाओ रैली’ भी आयोजित की इंडियन ओवरसीज ब्रिटेन के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘यह रैली मोदी सरकार की विफलता के खिलाफ है जिनमें आर्थिक संकट, उच्च बेरोजगारी, किसान संकट और विभाजनकारी राजनीति शामिल हैं.