नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ होने वाले आंदोलन की आग अब धीरे-धीरे गुजरात में भी पहुंच रही है. गुजरात के सीएम विजय रुपाणी भले ही इस कानून को गुजरात में जल्द से जल्द लागू करने की बात कह रहे हों लेकिन इस कानून का विरोध जितना देश के दूसरे हिस्सों में हो रहा है उतना ही मोदी-शाह के गृह राज्य गुजरात में भी दिखाई दे रहा है.
अल्पसंख्यक अधिकार मंच व अन्य संगठनों की ओर से आज गुजरात बंद का ऐलान किया गया. बंद का मिलाजुला असर अहमदाबाद , वडोदरा, पालनपुर, जैसे कई इलाकों में देखने को मिल रहा है. लेकिन बंद का सबसे ज्यादा असर मुस्लिम बहुल इलाकों में नजर आ रहा है.
अल्पसंख्यक अधिकार मंच, श्रमिक कांग्रेस संगठन, अनहद, अहमदाबाद ऑटो एसोसिएशन, हमारी आवाज हमारा अधिकार, हमारी आवाज, और अलग-अलग मुस्लिम संस्था से जुड़े लोगों ने अहमदाबाद, वड़ोदरा, गोधरा व पंचमहाल, पालनपुर बंद का ऐलान किया था. इस सिलसिले में जानकारी देते हुए अल्पसंख्यक अधिकार मंच के कन्वीनर एडवोकेट शमशाद खान पठान ने कहा कि अहमदाबाद, वड़ोदरा के कई बाजारों में बंद सफल रहा. सामाजिक संगठन, श्रमिक संगठन व व्यापारिक संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया. इसी वजह से अहमदाबाद के कालुपुर, शाहपुर,जूहापुरा, दरियापुर, लाल दरवाजा, तीन दरवाजा जैसे मार्केट में भी बंद का असर दिखाई दिया.
#WATCH Gujarat: Police resort to lathi-charge during protest called by different Left parties, over #CitizenshipAmendmentAct, in Ahmedabad. The protesters were allegedly blocking police vehicle when the the police resorted to lathi charge to disperse them. pic.twitter.com/tTIWJXsf8T
— ANI (@ANI) December 19, 2019
गांधीनगर में पत्रकारेां से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पहली बार गुजरात में एनआरसी व सीएए लागू करने का एलान किया. सीएम विजय रूपाणी ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान में धर्म के आधार पर प्रताड़ना झेल रहे उन प्रांतों के अल्पसंख्यक समुदाय को भारत में शरण देना आवश्यक है. सीएम रूपाणी ने कहा कि दुनिया में एकमात्र भारत ही उनके लिए आश्रयस्थल हो सकता है, ऐसे में गुजरात सरकार केंद्र के दोनों कानूनों के समर्थन में है. सीएम विजय रूपाणी ने यह भी कहा कि केंद्र के बनाए हुए सीएए व एनआरसी पूरे देश में लागू होगा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार अहमदाबाद के लाल दरवाजा इलाके में नागरिकता संशोधन कानून पर विभिन्न संगठन से जुड़े लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया. प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लेकर शाहीबाग पुलिस स्टेडियम लेकर गई है.