देश में अभी प्याज की कीमतों में कमी आने की कोई संभावना नहीं दिख रही है. क्योंकि तुर्की ने प्याज निर्यात करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं, श्रीलंका ने भी परोक्ष रूप से लगे प्रतिबंधों से नाराज होकर प्याज भेजना कम कर दिया है. यानी निकट भविष्य में प्याज की कीमतें कम होने के आसार कम ही हैं. मदद तभी मिलेगी, जब देश में ही प्याज की फसल में इजाफा हो.
प्याज का खुदरा दाम 100-150 रुपए
अच्छी गुणवत्ता वाला प्याज बाजार में 100 से 150 रुपए प्रतिकिलो के भाव से मिल रहा है. जबकि, औसत दर्जे वाला प्याज 60 से 80 रुपए के बीच मार्केट में बिक रही है.
प्याज की रोजाना आवक बढ़ी, लेकिन कीमत घटी नहीं
महाराष्ट्र का लासलगांव एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी है. यहां प्याज की रोजाना आमद 12 हजार से बढ़कर 13 हजार क्विंटल हो गई है लेकिन कीमतें कम नहीं हो रही हैं. लेकिन जितनी प्याजा की जरुरत है उससे कम आवक होने की वजह से प्याज की दाम में कमी नहीं आ रही
मिस्र-अफगानिस्तान से मिल रही है मदद
जहां एक तरफ तुर्की और श्रीलंका से भारत सरकार को झटका लगा है वहीं मिस्त्र और अफगानिस्तान से मदद मिल रही है. और हर दिन इन देशों से प्याज मंगवाई जा रही है.
2 महीने में आ सकता है कीमतों में अंतर
प्याज मंडी के व्यापारियों की माने तो मिस्र और अफगानिस्तान में प्याज काफी ज्यादा मात्रा में उपलब्ध है. लेकिन आयात करने में आने वाली बाधाओं के चलते पर्याप्त मात्रा में प्याज की आमद नहीं हो रही है. उम्मीद है कि जनवरी से फरवरी के बीच प्याज की कीमतों में कुछ कमी आ सकती है.