नागरिकता कानून के खिलाफ जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है ऐसे में अब 15 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने 10 हजार से अधिक अज्ञात छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि यह छात्र सीएए के खिलाफ हुए प्रदर्शन में शामिल थे. इससे पहले डीजीपी ओपी सिंह साफ कर चुके हैं कि किसी बेगुनाह को नहीं पकड़ा जाएगा लेकिन दोषियों को बख्शा भी नहीं जाएगा.
नागरिकता संशोधन के विरोध में पिछले दिनों यूपी के कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुआ. इस प्रदर्शन में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. जिसके बाद योगी सरकार ने ऐलान किया कि जो भी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है उसे चिन्हित करके उसकी संपत्ति से वसूला जाएगा. इसकी क्रम में ऐसे लोगों को पहचानने का काम शुरू हो गया जिन्होंने सरकार संपत्ति को नुकसान पहुंचाया.
Case registered against 10,000 unidentified students of Aligarh Muslim University in connection with violence which broke out during protests against #CitizenshipAmendmentAct on December 15
— ANI UP (@ANINewsUP) December 28, 2019
यूपी में हिंसा के दौरान हुए नुकसान को लेकर अलग-अलग ज़िलों में कुल 498 लोगों को क्षतिपूर्ति के लिए चिन्हित किया गया. इसमें लखनऊ में 82, मेरठ में 148, संभल में 26, रामपुर में 79, फ़िरोज़ाबाद में 13, कानपुर नगर में 50, मुजफ्फरनगर में 73, मऊ में 8 और बुलंदशहर में 19 लोगों को चिन्हित किया गया है. अब इनसे संपत्ति के नुकसान की क्षतिपूर्ति ली जाएगी.