पूर्व सेना प्रमुख और नव नियुक्त चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत ने पिछले दिनों नागरिकता संशोधन कानून को लेकर एक बयान दिया था जिसके बाद विपक्ष ने जनरल बिपिन रावत पर हमला बोलते हुए कई नसीहत दी थी.ऐसे में अब कांग्रेस ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) के तौर पर जनरल बिपिन रावत की नियुक्ति को लेकर कई सवाल खड़े किए और कहा कि रावत के वैचारिक झुकाव का असर ‘गैर राजनीतिक संस्था’ सेना पर नहीं पड़ना चाहिए. इतना ही नहीं कांग्रेस ने दावा किया कि सरकार ने पहला ही कदम गलत उठाया है.
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि बिपिन रावत जी के वैचारिक झुकाव का असर गैर राजनीतिक संस्था सेना पर नहीं पड़ना चाहिए.
Let Mr Bipin Rawat Ji’s ideological predilection should not affect the apolitical institution of India, our ‘ARMY’
— Adhir Chowdhury (@adhirrcinc) December 31, 2019
वहीं पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि बहुत ही अफसोस और पूरी जिम्मेदारी के साथ कहना चाहता हूं कि सीडीएस के संदर्भ में सरकार ने पहला ही कदम गलत उठाया है. इस निर्णय के दुष्प्रभाव के बारे में समय बताएगा. सरकार का यह फैसला परेशानियों और अस्पष्टताओं से क्यों भरा पड़ा है?
1/1 Why is appointment of a CDS is fraught with difficulties & ambiguities ?
What implications does nomenclature Principal Military Advisor to Defense Minister have in relation to the three service chief’s in terms of Military advise tendered to the government?Will the advise— Manish Tewari (@ManishTewari) December 31, 2019
उल्लेखनीय है कि सेना प्रमुख के पद से मंगलवार को सेवानिवृत्ति के बाद जनरल रावत ने नवगठित सीडीएस का पदभार संभाला है. उनकी नियुक्ति का आदेश सरकार द्वारा सोमवार को जारी किया गया था.