चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ के तौर पर जनरल बिपिन रावत की नियुक्ति पर कांग्रेस ने सवाल खड़ा किया था. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ‘वैचारिक झुकाव’ की वजह से ही रावत को सरकार ने सीडीएस की जिम्मेदारी दी है. वहीं कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा था कि सरकार ने पहला ही कदम गलत उठाया है.
कांग्रेस नेताओं के इस बयानबाजी के बीच बिपिन रावत ने कहा कि हमारा फोकस तीनों सेनाओं को मिलाकर तीन नहीं बल्कि 5 या 7 करने पर होगा. उन्होंने कहा कि तीनों सेनाएं मिलकर तीन नहीं बनेंगी बल्कि 5 या फिर 7 होंगी. उनकी नियुक्ति पर उठाए गए कांग्रेस के सवाल पर उन्होंने कहा कि सेना राजनीति से दूर रहती है. हम सरकार के आदेश पर काम करते हैं. हमारा फोकस सेनाओं के संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल, साझा सैन्य अभ्यास पर होगा.
अपने काम को लेकर उन्होंने कहा कि आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के बीच समन्वय स्थापित करना है. ये तीनों सेनाएं टीम वर्क के तहत काम करेंगी और सीडीएस उस पर नजर रखेंगे. जनरल बिपिन रावत ने गार्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद तीनों सेनाओं के प्रमुखों से मुलाकात की.