Gujarat Exclusive > गुजरात > योगी की राह पर रुपाणी पुलिस, हिंसा फैलाने वालों की संपत्ति होगी जब्त,अदालत की शरण में जाएगी पुलिस

योगी की राह पर रुपाणी पुलिस, हिंसा फैलाने वालों की संपत्ति होगी जब्त,अदालत की शरण में जाएगी पुलिस

0
336

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पिछले दिनों पूरे हिन्दुस्तान के अलग-अलग हिस्सों में जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया. कई जगहों पर होने वाले विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रुप भी अख्तियार कर लिया था. ऐसे में सबसे पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हिंसा में सरकारी संपत्तियों को नुकसान की भरपाई हिंसा फैलाने वाले लोगों से वसूलने का फरमान जारी किया था. कुछ ऐसा ही करने की कोशिश कर रही है गुजरात की वडोदरा पुलिस जो कोर्ट से सरकारी संपत्ति को नुकसान की भरपाई हिंसा में शामिल लोगों से करने की इजाजत मांगने का प्लान बना रही है.

पिछले महीने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ गुजरात में जगह-जगह हिंसक प्रदर्शन हुए थे और सरकारी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था. प्रदर्शनकारियों ने जहां कई जगहों पर पुलिस पर पथराव किया था वहीं दूसरी तरफ पुलिस की कई गाड़ियों को भी निशाना बनाया था. कई जगहों पर सीटी बसों को नुकसान पहुंचाया गया था. अब वडोदरा पुलिस ने यूपी पुलिस की तर्ज पर सरकारी संपत्ति के नुकसान की भरपाई का ऐलान किया है.

इस सिलसिले में जानकारी देते हुए वडोदरा पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कहा कि 20 दिसंबर को पत्थरबाजी में वाहनों को क्षति पहुंचाई गई और इसका हिसाब भी लगा लिया गया है. तकरीबन 40 हजार रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. कमिश्नर ने कहा कि पुलिस बहुत जल्द अदालत की शरण में जाएगी और हिंसा फैलाने वालों की संपत्ति जब्त करने की इजाजत मांगेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश को संज्ञान में ले रही है जिसमें सरकारी संपत्ति के नुकसान की भरपाई के निर्देश दिए गए हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में कोडुनगल्लूर फिल्म सोसायटी हिंसा मामले में सरकारी और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाए जाने पर इसकी भरपाई के तरीके बताए थे. पुलिस कमिश्नर गहलोत ने कहा, इस आदेश (सुप्रीम कोर्ट) से सूरत पुलिस को नुकसान की भरपाई करने में मदद मिली है. उन्होंने कहा कि वडोदरा पुलिस हिंसा करने वालों की संपत्ति से भरपाई के लिए पहली बार कोर्ट का रुख करने जा रही है.

गौरतलब हो कि पिछले साल दिसंबर में वडोदरा के कई इलाकों में सीएए के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन में हिंसा भड़क गई थी जिसमें पुलिस ने 40 लोगों को गिरफ्तार किया है. पत्थरबाजी में एक पुलिस अधिकारी घायल हुआ था और कई गाड़ियों को तोड़ दिया गया था. पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे थे और दो राउंड फायरिंग भी की थी.