एक दौर वह भी था जब हिन्दुस्तानी फिल्म लोगों में जन जागरूकता और समाज की बुराईयों को खत्म करने के लिए मिसाल कायम करती थी. इसीलिए उस दौर में समाज के बुराईयों को आईना दिखाने का काम देश की फिल्मी दुनिया करती थी. आज भी लोगों के जहन में कई ऐसी फिल्मों की नाम अंकित होगी. लेकिन आज के दौर में बनने वाली फिल्मों पर अक्सर ये आरोप लगता है कि इतिहास के तथ्यों को तोड़ मरोड़कर फिल्म को बनाया गया है. आज के दौर की ऐसी विवादित फिल्मों की भी लम्बी लिस्ट है. ऐसे में इस विवादित फिल्म में एक और नाम धीरे-धीरे जुड़ रहा है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में जाने के बाद बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘छपाक’ विवादों में घिरती नजर आ रही है. सोशल मीडिया पर इस फिल्म को बॉयकॉट करने का अभियान चलाया जा रहा है.और दावा किया जा रहा है कि लक्ष्मी अग्रवाल, जिसके जीवन पर आधारित यह फिल्म है, उनके ऊपर एसिड अटैक नदीम खान ने किया था जबकि फिल्म में इस कैरेक्टर का नाम बदलकर राजेश कर दिया गया है. इसके बाद ट्विटर पर नदीम खान और राजेश ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में आ गया. माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर शाम छह बजे तक नदीम खान पर 78 हजार और राजेश पर 73 हजार ट्वीट हो चुके थे. इतना ही नहीं फिल्म के मेकर्स की मंशा पर भी लोग सवाल खड़ा कर रहे हैं. कहा जाने लगा कि फिल्म में लक्ष्मी पर तेजाब फेंकने वाले शख्स का नाम ही नहीं धर्म भी बदला गया है. उसका रियल नाम नदीम खान है जिसे फिल्म में राजेश कर दिया गया है. हालांकि ये सच नहीं है.
हकीकत से उठा पर्दा
दरअसल, बुधवार को स्वराज मैगजीन ने एक आर्टिकल छापा जिसकी हेडलाइन थी, “बॉलीवुड के तरीके: दीपिका की फिल्म छपाक में राजेश बन गया एसिड फेंकने वाला नदीम खान”. दीपिका के जेएनयू जाने का विरोध करने वाले सोशल मीडिया यूजर्स ने इसी खबर की मदद से बात का बतंगड़ बना दिया और सोशल मीडिया पर ये खबर फैल गई कि फिल्म में एसिड फेंकने वाले का नाम बदलने के बहाने उसका धर्म बदला गया है और ये हिंदू धर्म को बदनाम करने की एक कोशिश है. जबकि फिल्म में एसिड फेंकने वाले का नाम राजेश नहीं बल्कि बशीर खान उर्फ बब्बू है. फिल्म में नाम की मदद से एसिड फेंकने वाले शख्स का धर्म बदलने की बात पूरी तरह से गलत है.
बीजेपी नेताओं ने बोला हमला
बाबुल सुप्रियो ने कहा कि “जब आप कहते हैं कि कहानी के सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक हैं तो आप पूरी तरह से हिप्पोक्रेसी दिखा रहे होते हैं. जब आप नाम बदलते हैं तो आप उसी के साथ धर्म भी बदल देते हैं.”बाबुल ने कहा कि ये सब जान बूझकर किया गया है.
वहीं इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सासंद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक वकील के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि इशकरण दीपिका पादुकोण और उनकी फिल्म छपाक के खिलाफ लीगल नोटिस ड्राफ्ट कर रहे हैं यदि उन्होंने एसिड फेंकने वाले का नाम मुस्लिम से बदलकर हिंदू किया है तो.
Ishkaran is drafting a legal notice to Deepika Padukone & producers, if they have changed name of accused from Muslim in real life to a Hindu name.
That is defamation.
For details follow @ishkarnBHANDARI
— Subramanian Swamy (@Swamy39) January 8, 2020
If a Nadeem who was the man who threw acid on the brave girl on whom the @deepikapadukone movie #Chhappak is based has been changed to Rajesh then it is shameful, deceitful and deliberate. #boycottchappak
— Savio Rodrigues 🇮🇳 (@PrinceArihan) January 8, 2020
Call me Hindu Extremist, Bhakt, Anti-Minority, or whatever you want to say!
But I can’t be hypocrite. This is not right. This is shameful!
Naeem Khan changed to Rajesh! 👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻 This is actual brain-washing and spreading hatred against a particular religion. pic.twitter.com/A1aWon3BPj
— Prasad Karwa (@PrasadKarwa) January 8, 2020
I have instructed my office to find out name used in Deepika Padukone movie for the accused who threw Acid.
His real name is Nadeem Khan.
If a different name is used & especially a name typically used by different religions will send a Legal Notice.
— Ishkaran Singh Bhandari (@ishkarnBHANDARI) January 8, 2020
गौरतलब हो कि 10 जनवरी को रिलीज हो रही छपाक के आने के बाद ही ये पता चल सकेगा कि आरोपी का नाम बदला गया है या नहीं. हालांकि फिल्म में लक्ष्मी अग्रवाल का नाम भी मालती रखा गया है. लेकिन नाम के साथ धर्म बदलने पर सोशल मीडिया पर मेकर्स को नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. और लोग अब इस फिल्म को लेकर एक अलग नजरिया बनाते हुए दिख रहे हैं.