गुजरात विधानसभा में नागरिकता संशोधन कानून के कॉपी को फाड़कर अपने नाराजगी का इजहार करने वाले गुजरात के इकलौते निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी बिहार के अररिया में स्थित आजाद एकेडमी मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित करने वाले हैं. उनके साथ गुजरात के सामाजिक कार्यकर्ता देव देसाई भी बिहार के दौरे पर गए हैं.
अररिया पहुंचने के बाद उन्होंने एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएए को काला कानून बताया. इतना ही नहीं उन्होंने कहा ये कानून आइडिया ऑफ इंडिया को खत्म करने वाला है. ये कानून असंवैधानिक है इसीलिए भारत के लोग बिना किसी भेदभाव विरोध कर रहे हैं. अब तक 25 लाख से अधिक लोग कानून के विरोध में सड़क पर उतर चुके हैं.
पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि लड़ाई भाजपा बनाम भारत, मनु स्मृति बनाम संविधान व सावरकर, गोवलकर बनाम भगत सिंह व अंबेडकर की है. ये लड़ाई गंगा जमुनी तहजीब को बचाने के लिए है. गौरतलब हो कि केन्द्र ने जब से इस कानून का मसौदा तैयार किया है तभी से इस कानून के खिलाफ जमकर मेवाणी बोलते आए हैं, और इस कानून को लगातार वापस लेने की मांग कर रहे हैं.